T20 World Cup: टी20 वर्ल्ड कप में छह महीने का वक्त बचा है. टीम इंडिया एक और आईसीसी इवेंट को जीतने की कोशिश करेगी. ब्लूप्रिंट तैयार है. इसमें रोहित शर्मा और विराट कोहली को भी मौका दिया गया है. इन दोनों के आने से टीम कॉम्बिनेशन में बदलना पड़ा है.
रोहित और विराट के लौटने से टॉप ऑर्डर और मीडिल ऑर्डर में बदलाव किए गए हैं. अफवाह यह है कि रुतुराज गायकवाड़ और सूर्यकुमार यादव की चोटों ने रोहित और कोहली की वापसी के लिए रास्ता खोल दिया है. रिपोर्ट के अनुसार दोनों टी20 में वापस आना चाहते थे. लेकिन यशस्वी जयसवाल और शुभमन गिल पहले से ही XI में हैं, नंबर 3 पर विकल्प के रूप में श्रेयस अय्यर को देखा जा रहा था. साथ ही साई सुदर्शन को तैयार किया जा रहा था.
पिछले टी20 वर्ल्ड कप में ये कहा गया कि भारत का टॉप ऑर्डर धीमी शुरुआत करते हैं. रोहित शर्मा और विराट कोहली के बारे में कहा गया कि ये दोनों संभल कर खेलते हैं जोकि टीम को नुकसान पहुंचाता है. इसके बाद कई बल्लेबाजों को ओपनिंग में ट्राई किया गया. गिल, ईशान किशन, गायकवाड़, जयसवाल को आजमाया गया. लग रहा था कि अब भारतीय टीम रोहित और विराट से आगे बढ़ गई है.
विराट कोहली आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. तीन सीज़न में उन्होंने 400 रन का आंकड़ा नहीं छुआ है. लेकिन जब स्ट्राइक-रेट की बात आती है, तो वे नहीं बढ़ पा रही है. खास कर के स्पिन के खिलाफ कोहली के रन नहीं है. वे फंसे-फंसे नजर आएं हैं. पिछले कुछ वर्षों में, विपक्षी कप्तानों ने कोहली को धीमा करने के लिए बदलावों का इस्तेमाल किया है और उस चरण के दौरान उनका 116.27 का स्ट्राइक-रेट रहा है. स्पिनरों के खिलाफ स्ट्राइक-रेट (123.16, सभी सीज़न) बनाए रखने के कारण ही उनकी फ्रेंचाइजी अब उन्हें पारी की शुरुआत करने के लिए अधिक उपयुक्त मानती है. लेकिन टीम इंडिया में शुभमन गिल और जयसवाल के होते हुए, भारत ऐसा करने का जोखिम नहीं उठा सकता?
रोहित शर्मा 2013 के बाद से आईपीएल में 400 रन नहीं बनाए हैं. एक समय था जब रोहित का बल्ला विपक्षी टीम में खौफ पैदा करता था. लेकिन अब वे टी20 में उस लय में नहीं दिखे हैं. उनका स्ट्राइक रेट भी स्पिनर के खिलाफ गिरता है. उम्मीद तो यही की जा सकती है कि वह वनडे विश्व कप के अपने आक्रामक फॉर्म को टी20 में भी जारी रखेंगे, लेकिन यह देखना अभी बाकी है क्योंकि प्रारूप का दबाव अलग-अलग होता है.
रोहित शर्मा 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे. वहीं, विराट कोहली 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे. हालांकि दोनों एक साथ कोई वर्ल्ड कप नहीं जीत पाए हैं. वनडे वर्ल्ड कप में चूकने के बाद 2024 में व्हाइट बॉल क्रिकेट में उनके पास यह कसर पूरी करने का पूरा मौका है. सूत्र बता रहे हैं कि वनडे वर्ल्ड कप में खेले भारत के 8 से 9 खिलाड़ी अगले टी-20 वर्ल्ड कप में भी खेलने के मजबूत दावेदार हैं. इनमें रोहित और विराट के अलावा शुभमन गिल, केएल राहुल, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी शामिल हैं.