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India Daily

T20 WC 2024: क्या है Stop Clock Rule, जो बचाएगा समय, किसे मिलेगा फायदा?

What is Stop clock rule: टी20 विश्व कप 2024 के साथ क्रिकेट के अध्य्याय में स्टॉप क्लॉक भी जुड़ रहा है. इससे मैच के दौरान समय की बर्बादी खत्म हो जाएगी.

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Edited By: Bhoopendra Rai
Stop Clock Rule
Courtesy: Twitter

What is Stop clock rule: 1  जून से टी20 विश्व कप 2024 का आगाज होने जा रहा है. साल 2007 में शुरू हुए इस मेगा इवेंट का यह 8वां सीजन है. इस बार कुछ ऐसा होने वाला है, जो क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. टी20 वर्ल्ड कप में स्टॉप क्लॉक लागू होगा. मैचों को समय के अंदर खत्म करने के लिए यह नियम लाया गया है. अगर गेंदबाजी करने वाली टीम जरा भी लेट हुई तो पेनल्टी के तौर पर उसे 5 रन का नुकसान होगा. इसका सीधा फायदा बैटिंग टीम को होने वाला है.

आईसीसी ने इस नियम को पिछले साल यानी 2023 में ट्रायल के तौर पर यूज किया था, जिसके परिणाम सही मिले, मैच समय के भीतर होने लगे, इसलिए इसे 1 जून 2024 से लागू किया जा रहा है. यह टी20 के साथ वनडे इंटरनेशनल में भी लागू होगा. आखिर क्या है ये नियम और क्यों इसकी जरूरत पड़ी, चलिए नीचे विस्तार से समझते हैं.


आखिर क्या है स्टॉप क्लॉक नियम?

स्टॉप क्लॉक नियम का लागू होने से मैच के दौरान फिजूल में होने वाली समय बर्बाद पर लगाम लगेगा, जिससे मुकाबले में समय के भीतर ही खत्म हो सकेंगे. इस नियम के तहत गेंदबाजी कर रही टीम को एक ओवर खत्म होते ही 6- सेकंड यानी 1 मिनट में अगला ओवर शुरू करना होगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो 5 रनों की पेनल्टी लगेगी. जिसका सीधा लाभ बैटिंग करने वाली टीम को मिलेगा. फील्ड अंपायर 2 बार की गई इस गलती पर चेतावनी देंगे, लेकिन जब कोई कप्तान तीसरी दफा यह गलती दोहराता है तो उस टीम पर एक्शन लिया जाएगा.


इलेक्ट्रॉनिक घड़ी करेगी उल्टी गिनती

इस नियम में पारदर्शिता लगाने के लिए क्रिकेट मैदान पर एक ‘इलेक्ट्रोनिक’ घड़ी लगी होगी, जो 60 से लेकर शून्य तक उल्टी गिनती करेगी. थर्ड अंपायर घड़ी शुरू करने का समय तय कर सकते हैं. समय के अनुसार, अगला ओवर नहीं करने पर फील्डिंग टीम को वॉर्निंग मिलेगी, जब कोई इस नियम का उल्लंघन करेगा तो फिर उस पर कार्रवाई होगी.

किस कंडीशन में नियम नहीं होगा लागू?

आईसीसी ने अपने बयान में ये भी साफ किया है कि मान लीजिए अगर कोई नया बैटर क्रीज पर आता है, ड्रिंक्स ब्रेक होता है या फिर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है तो इस कंडीशन में यह नियम लागू नहीं होगा.

आखिर क्यों लगाया गया ये नियम?

आईसीसी ने T20 में 20 ओवर फेंकने के लिए एक घंटे और 25 मिनट तय किए हैं, लेकिन इसके बाद भी मैच काफी लेट होते हैं. हमें देखने को मिला था कि फील्डिंग करने वाली टीम अक्सर मैच की गति को धीमा करने की कोशिश करती थीं, ताकि उन्हें प्लानिंग के लिए थोड़ा ज्यादा वक्त मिल जाए. इसके लिए वो हर गेंद के बाद फील्डिंग में बदलाव करती नजर आती थीं. स्लो ओवर रेट के लिए कप्तान पर जुर्माना और 1 मैच के बैन का प्रावधान था, जो इसे रोकने में कारगर नहीं हुआ और मैच में फिजूल समय बर्बादी जारी रही. इसलिए इस नियम को लाया गया है ताकि समय के भीतर ही मैच खत्म हो सकें.

बल्लेबाजी टीम का लाभ, बॉलिंग को झटका

इस नए नियम से सीधे तौर पर बल्लेबाजी टीम को फायदा मिलेगा, क्योंकि बिना कोई गेंद खेले उसे 5 रन मिल जाएंगे, वहीं यह नियम गेंदबाजी टीम के लिए झटका देने वाला है. इस तरह से ये नियम टीमों की हार-जीत में अहम रोल अदा करने वाला है. अब टी20 विश्व कप में टीमों के कप्तान 5 रन की पेनल्टी से बचने के लिए समय का महत्व देंगे.