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T20 World Cup के लिए बढ़ रहा है स्पिनरों में कंपटीशन, क्या रवि बिश्नोई पहले ही बन गए हैं नंबर वन?

T20 World Cup 2024: क्या रवि बिश्नोई जून में कैरिबियन और संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए भारत के सबसे फेवरेट स्पिनर बन चुके हैं? भारत के पास विश्व कप से पहले केवल छह और टी20I खेलने हैं, ऐसे में आईपीएल का अगला संस्करण यह तय करेगा कि कौन बाजी मारेगा.

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Edited By: Antriksh Singh
Ravi Bishnoi

T20 World Cup 2024: रवि बिश्नोई के एक बेहतरीन स्पिनर के रूप में उभरने से टीम में पहले से मौजूद कंपटीशन और भी ज्यादा बढ़ गया है. अगले जून में कैरिबियन और संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए भारत को तीन से अधिक स्पिनर लेने की उम्मीद नहीं है. लेकिन छह स्पिनर इन तीन स्थानों के लिए होड़ करेंगे. 

भारत के पास विश्व कप से पहले केवल छह और टी20I खेलने हैं, ऐसे में आईपीएल का अगला संस्करण यह तय करेगा कि कौन बाजी मारेगा.

रवींद्र जडेजा बनाम अक्षर पटेल

यह बहुत कठिन है क्योंकि दोनों ही लगभग हर क्षेत्र में एक समान हैं.यदि तेज गेंदबाज रन लीक कर रहे हैं, तो निश्चित रूप से इन दोनों में से एक पर कप्तान भरोसा करेगा. लेकिन टी20 में, दो बाएं हाथ के स्पिनरों को खेलना टीम के नुकसानदायक भी हो सकता है. इसलिए, उनमें से केवल एक को ही टीम में शामिल करने की जगह है. 

जडेजा अनुभव के साथ, अभी भी अक्षर से आगे हैं. पर अक्षर का बल्ले से योगदान यह तय कर सकता है कि कौन जगह बनाएगा. जहां जडेजा एक पूर्ण बल्लेबाज के रूप में विकसित हुए हैं, वहीं छोटे प्रारूपों में अक्षर का ही पलड़ा भारी है. खासकर उनकी रेंज और स्पिनरों और तेज गेंदबाजों को समान प्रभाव से हिट करने की क्षमता के कारण वे टी20 में फेवरेट रहेंगे.

युजवेंद्र चहल बनाम रवि बिश्नोई

चहल हवा में धीमे हैं और फ्लाइट देना पसंद करते हैं. बिश्नोई हवा में रफ्तार के साथ फ्लैट गेंदबाजी करते है.  जाहिर है लेग स्पिन विभाग में, दोनों पूरी तरह से अलग-अलग गुण लाते हैं. फिलहाल चहल चयनकर्ताओं के लिए पसंदीदा विकल्प नहीं रहे हैं और उन्हें आगे बढ़ने के लिए 2024 संस्करण में एक शानदार सीजन की आवश्यकता होगी. दूसरी ओर, बिश्नोई रेडी लग रहे हैं. उनकी गति, गुगली, स्लाइडर अच्छी तरह से ऐसे एलिमेंट हो सकते हैं जो भारत के पक्ष में गेम बदल सकते हैं.

कुलदीप यादव बनाम वाशिंगटन सुंदर

सामान्य परिस्थितियों में, यह भी कोई विकल्प नहीं होगा. सबसे कुशल स्पिनरों में से एक कुलदीप की जगह लगभग पक्की नजर आती है. लेकिन भारत को अपनी टीम के संतुलन के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. तेज गेंदबाजों में कोई ऑलराउंडर नहीं होने के कारण टीम मैनेजमेंट ऐसे स्पिनरों को रखना पसंद करते हैं जो बल्ले से योगदान दे सकते हैं.
 
कैरिबियन और अमेरिका में छोटे मैदानों को ध्यान में रखें, तो कुलदीप को उन परिस्थितियों से भी लड़ना होगा. जहां तक ​​वाशिंगटन का सवाल है, उन पर पावरप्ले में गेंदबाजी करने के लिए भरोसा किया जा सकता है. लेकिन जब तक उनके पास अच्छा आईपीएल नहीं होता, तब तक कुलदीप के ही पास बढ़त की संभावना है.

क्या किसी के पास बाहरी मौका है?

वरुण चक्रवर्ती हैं, जिन्हें भारत ने 2021 टी20 विश्व कप के बाद छोड़ दिया था. उनका इस साल आईपीएल में शानदार प्रदर्शन रहा और अगर उन्हें एक और शुरुआत मिलती है, तो वे फिर से वापसी करेंगे. 2021 वर्ल्ड कप में ऐसे ही दिनेश कार्तिक कार्तिक अचानक टीम की योजनाओं में शामिल हो गए थे.