टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया पहुंच गई है. एक साल में भारत तीसरा फाइनल खेलने को तैयार है. आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप, वनडे वर्ल्ड कप और अब टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल. लेकिन भारत के लिए दिक्कत ये है की मेन बल्लेबाज विराट कोहली इस टूर्नामेंट में एक-एक रन के लिए जूझ रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफानल में उनसे उम्मीद थी. विराट 9 गेंदों में 9 रन बनाकर आउट हो गए.
वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा के साथ विराट कोहली ओपनिंग कर रहे हैं. ये फैसला टीम के हक में नहीं गया है. इस पूरे सीरीज में उनके बल्ले से एक भी फिफ्टी नहीं आई है. विराट कोहली इस बड़े मैच में 9 गेंदें खेलकर सिर्फ 9 रन ही बना सके. हालांकि उन्होंने एक छक्का जरूर लगाया. लगा कोहली रंग में लौट रहे हैं, मगर कोहली एक और बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में बोल्ड हो गए. ये भारतीय फैंस के लिए दिल तोड़ने वाला पल था.
टूर्नामेंट की पिछले 6 में से 5 पारियों में भी कोहली कुछ खास नहीं कर सके थे लेकिन तब उनके हाव-भाव में न गुस्सा था और न ही निराशा. इस बार ये दोनों ही देखने को मिले. आउट होने के बाद कोहली खुद से गुस्सा नजर आए. जब वो पवेलियन लौट रहे थे तब गुस्से में थे. विराट कोहली टच प्लेयर माने जाते हैं, वो गेंद को टाइम करते हैं, लेकिन यहां वो जोर मारने को देख रहे हैं, जिससे उनके शरीर का बैलेंस बिगड़ रहा है.
दूसरी बात कोहली टीम के हिसाब से खेलने को देख रहे हैं. छोटे फॉर्मेंट में भी उनके खेलने का अंदाज थोड़ा दूसरा है. वो पहले अपना टाइम लेते हैं. शुरुआत से ही बड़े शॉट्स नहीं खेलते. कुछ गेंद खेलने के बाद वो तेजी से रन बनाने को देखते हैं. अब टी20 में पहली ही गेंद से बैटर रन के लिए जाते हैं. टीम इंडिया का भी खेलने का टेम्पलेट बदला है, विराट को उसमें एडजस्ट होने में समय लग रहा है. वो अल्ट्रा एग्रेसिव हो जा रहे हैं. जिससे वे गेंद को टाइम करने की जगह जोर से मारने को कोशिश कर रहे हैं.
यह टी20 वर्ल्ड कप कोहली के करियर का अब तक का सबसे खराब सीजन साबित हुआ है. उन्होंने सेमीफाइनल तक 7 पारियों में सिर्फ 75 रन बनाए, जिसमें 2 बार तो खाता भी नहीं खोल पाए. कोहली के करियर का यह छठा टी20 वर्ल्ड कप है. इससे पहले पिछले 5 टी20 वर्ल्ड कप में लगातार शानदार प्रदर्शन किया था. कोहली ने 2016 सीजन में 319 रन बनाए थे. यह किसी एक टी20 वर्ल्ड कप सीजन में सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड भी रहा, जो अब तक कायम है.