हाल ही में सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को टी20 सीरीज में 4-1 से हराकर एक शानदार प्रदर्शन किया था. हालांकि, इस सीरीज के दौरान सूर्यकुमार यादव के लिए बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही और वह बुरी तरह फ्लॉप रहे. बावजूद इसके, अब उनके सामने एक नई और अहम चुनौती खड़ी है. सूर्यकुमार यादव की नजरें रणजी ट्रॉफी पर हैं, जहां वे मुंबई टीम के लिए खेलेंगे.
8 फरवरी से शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफी के क्वॉटर-फाइनल मुकाबले में मुंबई का सामना हरियाणा से होगा. यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए अहम होगा, क्योंकि क्वॉटर-फाइनल जीतने वाली टीम को सेमीफाइनल में जगह मिलेगी. इस मुकाबले में सूर्यकुमार यादव का योगदान महत्वपूर्ण हो सकता है, खासकर तब जब वे टी20 क्रिकेट के बाद अब पहली बार रेड बॉल क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी का प्रदर्शन करेंगे.
रणजी ट्रॉफी में दिखाना होगा दम
टी20 क्रिकेट में सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई है, लेकिन रणजी ट्रॉफी में उन्हें एक नई चुनौती का सामना करना होगा. यहां एक ही गेंद पर गलत शॉट खेलने से विकेट गंवाना मुश्किल हो सकता है, इसलिए उन्हें अपनी बल्लेबाजी शैली में संतुलन और धैर्य की आवश्यकता होगी. सूर्यकुमार यादव को अब टेस्ट और लम्बे प्रारूप की क्रिकेट में अपने कौशल को साबित करना होगा.
मुंबई क्रिकेट टीम के लिए सूर्यकुमार यादव एक अनुभवी और विश्वसनीय खिलाड़ी माने जाते हैं. रणजी ट्रॉफी में उनका अनुभव मुंबई के लिए एक मजबूत सहारा साबित हो सकता है. हरियाणा जैसी टीम के खिलाफ यह मुकाबला उनकी बल्लेबाजी के टेस्ट के रूप में सामने आएगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस नई चुनौती को कैसे स्वीकार करते हैं.
मुंबई की टीम
अजिंक्य रहाणे (कप्तान), आयुष म्हात्रे, अंगकृष रघुवंशी, अमोघ भटकल, सूर्यकुमार यादव, सिद्धेश लाड, शिवम दुबे, आकाश आनंद (विकेटकीपर), हार्दिक तमोरे (विकेटकीपर), सूर्यांश शेडगे, शार्दुल ठाकुर, शम्स मुलानी, तनुश कोटियन, मोहित अवस्थी, सिल्वेस्टर डिसूजा, रॉयस्टन डायस, अथर्व अंकोलेकर, हर्ष तन्ना.