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सूर्या-अय्यर को करना होगा इंतजार, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सैमसन को मिलेगा चांस?

मुंबई के दोनों सीनियर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों को दलीप ट्रॉफी में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी के लिए अपने मौके का इंतजार करना होगा. इस साल फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के बीच में भारतीय टीम से बाहर किए गए अय्यर ने छह पारियों में सिर्फ 154 रन बनाए.

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Edited By: India Daily Live
suryakumar yadav
Courtesy: Social Media

2024 दलीप ट्रॉफी का आखिरी और अंतिम दौर रविवार को अनंतपुर में समाप्त हुआ. भारत ए ने रुतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में इंडिया सी टीम को हराकर घरेलू रेड-बॉल खिताब जीता. ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले टीम इंडिया को इस टूर्नामेंट से कई बैकअप प्लेयर्स का ऑपशन मिला है. 

रविवार को ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टेस्ट टीम में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की जरूरत पर जोर दिया था. ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अपने कॉलम में उन्होंने लिखा कि अगर मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया के लिए फिट हो जाते हैं तो यह आदर्श होगा, लेकिन एक अच्छे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की मौजूदगी से भारत के आक्रमण को और पैना बना देगी. 

दलीप ट्रॉफी के शुरुआती राउंड में  खलील अहमद बाएं हाथ के गेंदबाजों में भारत के लिए एक आशाजनक खिलाड़ी बनकर उभरे. अर्शदीप ने भी अच्छी गेंदबाजी की है. आखिरी गेम उन्होंने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और डी के लिए 40 रन देकर 9 विकेट लिए. पहली पारी में उन्होंने मुशीर खान, सूर्यकुमार यादव और नितीश कुमार रेड्डी को आउट किया. अगर अर्शदीप अगले महीने से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी सत्र में अपना फॉर्म जारी रख पाते हैं, तो वह दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए यश दयाल को भी पछाड़ सकते हैं.

सूर्यकुमार और श्रेयस अय्यर अब भी चिंता का विषय

मुंबई के दोनों सीनियर मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों को दलीप ट्रॉफी में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी के लिए अपने मौके का इंतजार करना होगा. इस साल फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के बीच में भारतीय टीम से बाहर किए गए अय्यर ने छह पारियों में सिर्फ 154 रन बनाए, जिसमें दो बार शून्य पर आउट होना भी शामिल है. सूर्याकुमार यादव का भी फॉर्म खराब चल रहा है. उनका भी बल्ला दलीप ट्रॉफी में नहीं चला. 

सैमसन के लिए बनेगा मौका

दूसरी ओर, सैमसन ने शुरुआती पारी में भारत डी के लिए शानदार शतक लगाया और फिर 45 रन बनाए. अगर विकेटकीपर-बल्लेबाज आगे रणजी ट्रॉफी सीजन का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं, तो वह इशान किशन को कड़ी टक्कर दे सकते हैं, जिन्होंने दलीप ट्रॉफी के दूसरे दौर में शतक बनाया था. सैमसन का दावा आस्ट्रेलिया दौरे के लिए मजबूत लग रहा है.