ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने भारत के खिलाफ अपने घर पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया है. इसी के साथ भारत का इस पर पिछले 10 सालों से चला आ रहा दबदबा अब पूरी तरह से समाप्त हो गया है. हालांकि, इस बीच एक बड़ा विवाद देखने को मिला है. भारत के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के ऊपर एक बड़ा आरोप लगाया है.
गावस्कर ऑस्ट्रेलिया की इस हरकत से नाराज नजर आए और उन्होंने इसको लेकर खुलकर अपनी बातें रखी. बता दें कंगारीओं ने 10 साल बाद इस ट्रॉफी को अपने नाम किया है. इससे पहले टीम इंडिया ने 2 बार उनके घर में घुसकर हराया था. हालांकि, गावस्कर का मानना है कि ट्रॉफी के प्रंजेटेशन में खुद को बुलाए नहीं जाने पर कड़ी नाराजगी जीहिर की है.
जब ऑस्ट्रेलिया ने इस सीरीज को अपने नाम किया तो उन्होंने इसकी जीत का खूब जश्न मनाया. तो वहीं ट्रॉफी प्रजेंटेशन में सुनील गावस्कर को नही बुलाया गया. ऑस्ट्रेलियाई टीम को ट्रॉफी देने के लिए सिर्फ एलन बॉर्डर को बुलाया गया. इसी वजह से गावस्कर बड़क गए और उन्होंने कंगारू टीम को खरी-खोटी सुना डाली.
गावस्कर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि " निश्चित रूप से मैं वहां पर प्रजेंटेशन समारोह के दौरान होना पसंद करता. आखिरकार यह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है और ये ऑस्ट्रेलिया और इंडिया की सीरीज है. मैं यहां पर ग्राउंड में हूं और मेरे लिए यह मायने नहीं रखता है कि ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज जीती है या इंडिया ने जीती है. उन्होंने अच्छी क्रिकेट खेली और इसी वजह से इस ट्रॉफी को अपने नाम कर सके. मैं इंडियन हूं, इसी वजह से मुझे ट्रॉफी देने के लिए नही बुलाया गया. मेरे दोस्त एलन बॉर्डर के साथ ट्रॉफी अगर मैं देता तो मुझे काफी खुशी होती."
After winning back the Border-Gavaskar Trophy, Australia now holds every bilateral Test prize for which their men's team competes.https://t.co/oa4w8lkNw2
— cricket.com.au (@cricketcomau) January 5, 2025
दरअसल, इस सीरीज की बा करें तो इसका नाम भारत के सुनील गावस्कर और ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर के नाम पर पड़ा है. बता दें कि गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे पहले 10 हजार रन बनाए थे. इसके बाद एलन बॉर्डर ने भी ये कारनामा किया था और वे गावस्कर के बाद ऐसा करने वाले दूसरे खिलाड़ी बने थे.