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सुनील गावस्कर को न बुलाने की ऑस्ट्रेलिया ने मानी गलती, लेकिन नहीं मांगी माफी; जानें क्या है पूरा मामला

ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद यह ट्रॉफी जीती है, जबकि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में इस ट्रॉफी पर अपना दबदबा बनाए रखा था. 1996-97 से दोनों देशों के बीच यह ट्रॉफी खेली जा रही है और समय के साथ यह प्रतिद्वंद्विता और भी गहरी होती चली गई है.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Sunil Gavaskar
Courtesy: Social Media

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2024-25 बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को कंगारू टीम ने जीता है. ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज पर 3-1 से कब्जा करके टीम इंडिया को धूल चटाई. जीत के बाद जब बारी ट्रॉफी देने की आई तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर को नजरअंदाज कर दिया. इस वाकये से सुनील गावस्कार हैरान रह गए. ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट ने प्रेजेंटेशन में सुनील गावस्कर को ट्रॉफी देने के लिए नहीं बुलाया था. एलन बॉर्डर ने अकेले ही पैट कमिंट को ट्रॉफी दी. इस पर सुनील गावस्कर ने गुस्सा व्यक्त किया. इस पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपनी गलती मानी और बताया कि उसने ऐसा क्यों किया. 

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की प्रस्तुति समारोह में एक चौंकाने वाला निर्णय लिया. रविवार को, ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट आइकन एलन बॉर्डर ने ट्रॉफी को विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम को सौंपी, जबकि सुनील गावस्कर को इस समारोह में शामिल नहीं किया गया. इसके चलते, गावस्कर को खुद को अपमानित महसूस हुआ. वह सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खड़े होकर इस समारोह को देख रहे थे, लेकिन उन्हें ट्रॉफी प्रस्तुत करने का मौका नहीं मिला.

क्या था पूरा मामला?

यह घटना उस समय हुई जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3-1 से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया था. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई. हालांकि, भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह समय न केवल हार का था, बल्कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के निर्णय ने सुनील गावस्कर के दिल को भी चटका दिया.

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने पहले ही यह योजना बनाई थी कि अगर ऑस्ट्रेलिया जीतता है तो ट्रॉफी एलन बॉर्डर देंगे. वहीं, अगर भारत किसी तरह से सीरीज ड्रॉ करने में सफल होता, तो सुनील गावस्कर को यह ट्रॉफी भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह को सौंपनी थी. हालांकि, सुनील गावस्कर को इस निर्णय की जानकारी नहीं थी, और उन्हें इस तरह से समारोह में न शामिल किया जाना उन्हें गहरे आहत कर गया.

सुनील गावस्कर बोले मैं भारतीय हूं इसलिए मुझे...

गावस्कर ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "मैं जरूर चाहता था कि मैं समारोह में उपस्थित रहता. आखिरकार यह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है, और यह दोनों देशों, ऑस्ट्रेलिया और भारत, के बारे में है. मुझे यह समझ में नहीं आता कि अगर ऑस्ट्रेलिया जीत गया तो मुझे क्यों नहीं इस समारोह में शामिल किया गया. भारत हार गया, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि मैं समारोह का हिस्सा न बनूं. मैं अपने अच्छे दोस्त एलन बॉर्डर के साथ मिलकर यह ट्रॉफी देना चाहता था."