Sunil Gavaskar: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को लेकर कुछ गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने IPL और भारत के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी के बीच के अंतर को उजागर करते हुए भारतीय क्रिकेट में एक बड़ी खामी की ओर इशारा किया है.
गावस्कर का मानना है कि IPL की चमक-दमक के कारण रणजी ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे भारतीय क्रिकेट को लंबे समय में नुकसान हो सकता है. बता दें कि आईपीएल में खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर भारतीय टीम के लिए खेल लेते हैं लेकिन रणजी ट्रॉफी में सालों तक शानदार खेल दिखाने के बाद भी उन्हें आसानी से जगह नहीं मिलती है.
IPL ने भारतीय क्रिकेट को कई शानदार खिलाड़ी दिए हैं. जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, यशस्वी जायसवाल, मोहम्मद सिराज, केएल राहुल और कुलदीप यादव जैसे सितारे IPL की बदौलत भारतीय टीम में अपनी जगह बना पाए. सभी का मानना है कि इ लीग में खेलने से युवा प्लेयर्स का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आसानी से ढल पाते हैं. लेकिन गावस्कर का कहना है कि IPL की यह चमक ही रणजी ट्रॉफी की अनदेखी का कारण बन रही है.
रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट का आधार है. यह टूर्नामेंट खिलाड़ियों को अपनी तकनीक को निखारने, कठिन परिस्थितियों में खुद को परखने और मजबूत क्रिकेटर बनने का मौका देता है. लंबे प्रारूप के इस टूर्नामेंट में खिलाड़ी धैर्य, तकनीक और मानसिक दृढ़ता सीखते हैं, जो टेस्ट क्रिकेट जैसे बड़े मंच पर काम आती है. गावस्कर का मानना है कि रणजी ट्रॉफी की वजह से ही भारत आज टेस्ट क्रिकेट में दुनिया की शीर्ष टीमों में शामिल है.
उन्होंने यह भी बताया कि IPL का एक सफल सीजन किसी खिलाड़ी को रणजी ट्रॉफी के पूरे करियर से ज्यादा कमाई दे सकता है. गावस्कर ने अपने एक लेख में लिखा, "IPL में एक अच्छा सीजन खिलाड़ी को इतना पैसा दे देता है जितना रणजी ट्रॉफी में पूरी जिंदगी खेलकर भी नहीं मिलता. यह असमानता उन खिलाड़ियों के लिए निराशाजनक है जो रणजी में कड़ी मेहनत करते हैं."