Shubman Gill: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के खिलाफ दूसरी पारी में शानदार शतक जड़ा. गिल ने 102 रनों की पारी में 14 चौके और 3 छक्के लगाए और अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. हालांकि, उनकी इस पारी के बावजूद पंजाब की टीम 213 रनों पर सिमट गई और पारी व 207 रनों से मैच हार गई.
शुभमन गिल ने अपनी इस शानदार पारी के बाद टेस्ट क्रिकेट में अपने हालिया प्रदर्शन पर चिंता जताई. उन्होंने स्वीकार किया कि वह रेड-बॉल क्रिकेट में अपने खेल को लेकर ज्यादा दबाव महसूस करते हैं, जिससे उनका ध्यान और एकाग्रता भंग हो जाती है.
उन्होंने कहा, "रेड-बॉल क्रिकेट में मेरी बल्लेबाजी एक चिंता का विषय है. कई बार जब मैं 25-30 रन तक पहुंच जाता हूं, तो मैं खुद पर बड़े स्कोर बनाने का बहुत दबाव डालने लगता हूं. यह मेरे खेलने के स्वाभाविक तरीके के खिलाफ है. यही वजह है कि मैं उस जोन और इंटेंट को खो देता हूं, जिसमें मैं खेलता आया हूं."
शुभमन ने कहा कि वह सेट होने के बाद खुद पर बड़ा स्कोर बनाने का दबाव डालते हैं, जो उनके ध्यान और एकाग्रता में कमी लाता है. उन्होंने कहा, "ऐसे अहम क्षणों में मैं अपनी एकाग्रता खो देता हूं. मुझे लगता है कि खेल में बने रहने के लिए एकाग्रता और ध्यान बनाए रखना बेहद जरूरी है."
2024-25 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शुभमन गिल का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. उन्होंने तीन मैचों की पांच पारियों में केवल 93 रन बनाए, जिसमें उनका औसत 18.60 का रहा और उनका सर्वोच्च स्कोर सिर्फ 31 रन था. इसके चलते उन्हें चौथे टेस्ट में प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया.
शुभमन गिल को अगले महीने होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम का उप-कप्तान नियुक्त किया गया है. इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के मद्देनजर गिल अपने प्रदर्शन को सुधारने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. रणजी ट्रॉफी में उनका शतक इसी दिशा में उनकी कोशिशों का हिस्सा है.