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India Daily

पहले नचाया, फिर फंसाया, करियर में चटकाए 1001 विकेट, दुनिया का सबसे घातक बॉलर कौन?

Shane Warne: ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर शेन वार्न का जन्म 13 सितंबर 1969 को हुआ था. आज उनकी 55वीं जयंती है. इस मौके पर उनके बारे में जानिए...

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Edited By: Bhoopendra Rai
Shane Warne
Courtesy: Twitter

Shane Warne: स्पिन का 'किंग', बल्लेबाजों के लिए 'काल'...वो दिग्गज जिसने अपनी जादुई गेंदबाजी से बल्लेबाजों को नचाया और फिर फंसाया...ये कहानी है ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न की. यह सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि क्रिकेट का एक पूरा युग है. जिसने अपने करियर में कई अध्याय लिखे और लेग स्पिन से रिकॉर्ड की झड़ी लगाई. यही वजह है कि उन्हें स्पिनर का जादूगर भी कहा गया.13 सितंबर 1969 में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में जन्मा ये स्पिनर लेग स्पिन का किंग बना. आज उनकी 55वीं जयंती है. इस मौके पर क्रिकेट फैंस को इस महान क्रिकेटर के बारे में जानना जरूरी है.

ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न क्रिकेट हिस्ट्री के महान गेंदबाजों में शुमार हैं. अपनी सटीक और लहराती बॉलिंग से उन्होंने दुनिया भर के बल्लेबाजों को खूब छकाया. उनकी गेंदबाजी के सभी दीवाने थे. शेन वॉर्न ने अपने पूरे करियर में कई शानदार गेंदें फेंकी, लेकिन उनकी एक गेंद ऐसी थी, जिसे आज तक और कोई भी दूसरा बॉलर नहीं फेंक सका है. जिसे  'बॉल ऑफ द सेंचुरी' भी कहा जाता है.

1001 विकेट निकाले

खास बात ये है कि वॉर्न ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल मिलाकर 1001 विकेट झटके थे. वो मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरे सबसे ज्यादा इंटरनेशनल विकेट लेने वाले गेंदबाज बने.



1992 में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू

शेन वॉर्न ने 1992 में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया. आखिरी मैच 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला. 1993 में वनडे डेब्यू किया और आखिरी मुकाबला 2005 में खेला. वो आईपीएल के पहले सीजन में चैंपियन बनी राजस्थान रॉयल्स के कप्तान थे. इस दिग्गज ने पूरे क्रिकेट करियर में कई दिग्गज बल्लेबाजों के विकेट चटकाए थे.



1993 में फेंकी थी बॉल ऑफ द सेंचुरी

शेन वॉर्न अपने टेस्ट डेब्यू के बाद 1993 में एशेज सीरीज का हिस्सा बने. उन्होंने इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज माइक गैटिंग को एक ऐसी बॉल फेंकी, जिसने दुनिया को चौंका दिया. यह बॉल इतनी ज्यादा टर्न हुई कि माईक का विकेट ले उड़ी, वो हैरान रह गए. इसी गेंद को 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' कहा गया है.



पहली एशेज सीरीज में बॉल ऑफ द सेंचुरी के अलावा हैट्रिक ली थी

दरअसल, 3 जून 1993 को एशेज सीरीज के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड आमने-सामने थीं. इस सीरीज में वॉर्न ने अपनी पहली ही गेंद पर माइक गैटिंग का शिकार किया था. यह मुकाबला ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेला गया था. वॉर्न की बॉल लगभग 90 डिग्री टर्न हुई थी. लेग स्टंप से भी बाहर टप्पा खाने वाली गेंद टर्न लेकर ऑफ स्टंप को ले उड़ी थी. ये वही सीरीज थी, जिसमें वॉर्न ने अपने टेस्ट करियर की पहली हैट्रिक भी ली थी.



700 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज

शेन वॉर्न ने अपने पूरे करियर में 145 टेस्ट मैच में 708 विकेट निकाले. 194 वनडे मैचों में 293 विकेट चटकाए. वो टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) के बाद दूसरे नंबर पर हैं.

शतक नहीं लगाया, फिर भी सबसे ज्यादा रन

शेन वॉर्न स्पिन के साथ बैटिंग भी करते थे. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3154 रन भी बनाए, जो बिना शतक के किसी भी बल्लेबाज के सबसे ज्यादा रनों का विश्व रिकॉर्ड भी है. टेस्ट में उनका हाई स्कोर 99 है. ये पारी उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2001 में पर्थ में खेली थी. वनडे में उन्होंने 1018 रन बनाए. वॉर्न दुनिया के उन चुनिंदा क्रिकेटर्स में शामिल हैं, जिन्होंने बल्ले से 1000+ रन और गेंद से 200+ विकेट निकाले.