FIFA World Cup 2026: जलवायु परिवर्तन के कारण फीफा वर्ल्ड कप 2026 के आयोजन पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है. एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टोरंटो सहित 16 में से 14 मेजबान शहरों में जून-जुलाई के दौरान तापमान इतना बढ़ सकता है कि उस दौरान फुटबॉल मैचों का आयोजन करना बेहद मुश्किल हो जाएगा.
रिपोर्ट का दावा?
बता दें कि टोरंटो विश्वविद्यालय समेत अंतरराष्ट्रीय रेसेअर्चेर्स स्टडी के अनुसार, वेट बल्ब ग्लोब टेम्परेचर (WBGT) नामक एक माप का उपयोग करके तापमान का विश्लेषण किया गया. इसमें 2003 से 2022 तक के मौसम डेटा का अध्ययन किया गया. नतीजे बताते हैं कि 14 शहरों में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो सकता है, जो खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए घातक साबित हो सकता है.
किन शहरों में बढ़ेगा गर्मी का खतरा?
वहीं विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि मियामी, मॉन्टेरी, फिलाडेल्फिया, कैनसस सिटी, बोस्टन और न्यूयॉर्क में गर्मी का स्तर इतना बढ़ सकता है कि खुले मैदान में खेल संभव नहीं रहेगा. इनडोर स्टेडियम की व्यवस्था न होने से खेल के समय में बदलाव करने का सुझाव दिया गया है.
खेलों पर क्लाइमेट चेंज का असर
बताते चले कि गर्म मौसम न सिर्फ खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर असर डालेगा, बल्कि दर्शकों, रेफरी और आयोजन से जुड़े कर्मचारियों को भी प्रभावित करेगा. 2022 में कतर में हुए फीफा वर्ल्ड कप को भीषण गर्मी के कारण सर्दियों में शिफ्ट करना पड़ा था.
क्या फीफा वर्ल्ड कप को फिर से रीशेड्यूल किया जाएगा?
इसके अलावा डाउन टू अर्थ (DTE) की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में कोपा अमेरिका कप के दौरान गर्मी की वजह से फाइनल मैच तय समय पर शुरू नहीं हो सका था. यही हाल 2026 के फीफा वर्ल्ड कप के दौरान भी हो सकता है.