menu-icon
India Daily

वर्ल्ड कप 2027 के लिए रोहित शर्मा को लेकर BCCI ने बनाया बड़ा प्लान, टेस्ट में खेलने को लेकर भी आई बड़ी अपडेट

Rohit Sharma: रोहित शर्मा को 2027 वर्ल्ड कप तक फिट रखने के लिए BCCI ने बड़ा प्लान बनाया है. रोहित की फिटनेस को लेकर भारत के असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर काम करेंगे ताकि हिटमैन साउथ अफ्रीका में 2027 में होने वाले वर्ल्ड कप तक फिट रहें.

Rohit Sharma
Courtesy: @BCCI

Rohit Sharma ODI Retirement: भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में एक नया लक्ष्य तय किया है. उन्होंने अपनी नजरें वर्ल्ड कप 2027 पर टिका ली हैं, जो कि दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में खेला जाएगा. इस टूर्नामेंट के होने में अभी लगभग 30 महीने का समय है, लेकिन रोहित पहले ही अपनी तैयारियों को लेकर गंभीर हैं.

रोहित शर्मा, जो अब तक भारत को दो ICC इवेंट्स में जीत दिला चुके हैं, अब तीसरी बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतने की योजना बना रहे हैं. क्रिकबज की एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह 2027 के वर्ल्ड कप में खेलने के लिए विशेष योजनाएं बना रहे हैं. इस टूर्नामेंट का आयोजन 2027 के अक्टूबर-नवंबर में होगा, और उस समय तक रोहित का जन्मदिन भी आ चुका होगा, जब वह 40 साल के हो जाएंगे.

अभिषेक नायर रोहित शर्मा की फिटनेस पर करेंगे काम

रोहित शर्मा ने अपनी फिटनेस और बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भारतीय टीम के सहायक कोच अभिषेक नायर के साथ मिलकर काम करने का निर्णय लिया है. उनकी योजना है कि वह अपनी फिटनेस, बल्लेबाजी और खेल के प्रति अपनी मानसिकता पर विशेष ध्यान देंगे, ताकि वर्ल्ड कप में अच्छे प्रदर्शन कर सकें.

रोहित शर्मा के पास होगा इतिहास रचने का मौका

अगर रोहित शर्मा 2027 के वर्ल्ड कप में खेलते हैं और जीत हासिल करते हैं, तो वह ICC इवेंट जीतने वाले सबसे उम्रदराज कप्तान बन सकते हैं. इसके साथ ही वह MS धोनी के साथ उन चुनिंदा कप्तानों में शामिल हो सकते हैं जिन्होंने तीनों बड़े ICC इवेंट्स (T20, ODI, और चैंपियंस ट्रॉफी) जीतने का कीर्तिमान हासिल किया है.

टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर संदेह

हालांकि, रोहित शर्मा का टेस्ट क्रिकेट में भविष्य अभी कुछ संदेहास्पद नजर आता है. 2024-25 के सीजन में उनका प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा. उन्होंने 15 पारियों में केवल 164 रन बनाए, और उनका औसत 10.93 था, जो किसी भी शीर्ष क्रम के बल्लेबाज का इस सीजन का सबसे खराब प्रदर्शन था. उनकी खराब फॉर्म को देखते हुए, उन्होंने ऐतिहासिक रूप से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में हिस्सा न लेने का निर्णय लिया. बीते सीजन में उनकी बल्लेबाजी का औसत केवल 6.20 था, जो कि एक बहुत ही चिंताजनक स्थिति थी.