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रनों के लिए क्यों तरस रहे हैं विराट कोहली? साथी खिलाड़ी ने बताई सबसे बड़ी कमजोरी

विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं लेकिन हाल के समय में अपने शतक की तलाश में दिखाई दे रहे हैं. उनके बल्ले से रन नहीं निकल पा रहे हैं. भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी 2025 के एक मैच में, 20 फरवरी को, कोहली केवल 22 रन पर आउट हो गए.

Virat Kohli
Courtesy: Social Media

Virat Kohli: विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं लेकिन हाल के समय में अपने शतक की तलाश में दिखाई दे रहे हैं. उनके बल्ले से रन नहीं निकल पा रहे हैं. भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी 2025 के एक मैच में, 20 फरवरी को, कोहली केवल 22 रन पर आउट हो गए. इस निराशाजनक पारी के बाद, पूर्व भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने कोहली के खेल पर अपनी राय दी और बताया कि उनकी बड़ी कमजोरी क्या है.

विराट कोहली पर मानसिक दबाव

उथप्पा का मानना है कि विराट कोहली इस समय अधिकतर गेंद को बैट के मिडिल से हिट करने के बारे में सोच रहे हैं, बजाय इसके कि वह रन बनाने पर ध्यान केंद्रित करें. कोहली की बल्लेबाजी में इस समय एक तरह का मानसिक अवरोध दिखाई दे रहा है. उथप्पा ने कहा, "विराट, जैसा कि वह महान बल्लेबाज हैं, उन्हें खुद को इस स्थिति से बाहर निकालना होगा, क्योंकि ऐसा लगता है कि वह मानसिक रूप से उलझे हुए हैं. वह गेंद को मिडल करने पर ध्यान दे रहे हैं, जबकि जब वह अच्छा खेलते हैं तो वह रन बनाने के लिए खेलते हैं. उनका इरादा अलग होता है."

विराट कोहली को अपने टेक्निक में बदलाव की जरूरत

उथप्पा ने कोहली की बल्लेबाजी में कुछ तकनीकी खामियों को भी चिन्हित किया. उन्होंने बताया कि कोहली के बैट की स्विंग पहले और अब में अंतर आया है. "कोहली का बैट पहले दूसरे या तीसरे स्लिप से आता था, जब वह ज्यादा रन बनाते थे. अब वह विकेटकीपर या पहले स्लिप से बैट लेकर खेल रहे हैं. इससे जब वह कवर ड्राइव खेलने की कोशिश करते हैं, तो बैट का फेस पूरी तरह से नहीं खुल पाता, और यह शॉट खतरनाक हो सकता है."

कोहली को अपना दिमाग शांत करना होगा: उथप्पा

उथप्पा ने यह भी कहा कि विराट कोहली को अपने मानसिक अवरोध को पार करने की आवश्यकता है. उनका मानना है कि अगर कोहली अपने दिमाग को शांत करके बल्लेबाजी करेंगे, तो रन खुद-ब-खुद बनेंगे. "यह एक बहुत सामान्य प्रक्रिया है जब आप रन बनाने में संघर्ष कर रहे होते हैं. कोहली के लिए यह बस एक बात की कमी है, वह अपने दिमाग को साफ करें और मैदान पर अपने खेल का आनंद लें, तब ही वह फॉर्म में वापस लौट सकते हैं."