Paris Paralympics: पेरिस पैरालंपिक में भारत को एक और गोल्ड मेडल मिल गया है. ये मेडल प्रवीण कुमार ने दिलाया है. उन्होंने पुरुषों की हाई जंप टी64 स्पर्धा में उन्होंने उन्होंने 2.08 मीटर की छलांग लगाकर लगातार दूसरा पैरालंपिक पदक जीता. प्रवीण ने इससे पहले 2021 टोक्यो पैरालिंपिक में 2.07 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता था. इसी के साथ पेरिस पैरालंपिक खेलों में अब तक भारत कुल 26 मेडल जीत चुका है, जिसमें 6 गोल्ड मेडल हैं.
प्रवीण कुमार के गोल्ड मेडल जीतते ही भारत मेडल टैली में 14वें नंबर पर आ गया है. भारत के खिलाड़ी अब तक कुल 6 गोल्ड, 9 सिल्वर और 11 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं. पैरालंपिक खेलों में यह भारत का अब तक का सबसे बेस्ट प्रदर्शन रहा है. इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने कुल 19 मेडल जीते थे.
Praveen Kumar clinches gold 🥇 at #Paris2024 with his season's best jump of 2.08 m 🤯
— JioCinema (@JioCinema) September 6, 2024
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पेरिस पैरालंपिक खेलों में नंबर वन पर चीन है. चीन ने 74 गोल्ड, 56 सिल्वर और 39 ब्रॉन्ज सहित कुल 169 मेडल जीते हैं. वहीं, नंबर 2 पर ब्रिटेन है. उसने कुल 87 मेडल जीते हैं, जबकि 79 मेडल के साथ अमेरिका तीसरे नंबर पर है.
प्रवीण कुमार से पहले गुरुवार की देर रात जुडो मेंस J-1 कैटेगरी में कपिल परमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था. पेरिस पैरालंपिक में जिन 6 एथलीट्स ने गोल्ड जीता है वो हैं अवनी लेखरा, नितेश कुमार, सुमित अंतिल, हरविंदर सिंह, धरमबीर सिंह और प्रवीण कुमार.
पेरसि पैरालंपिक में इतिहास रचने वाले प्रवीण कुमार का उत्तर प्रदेश के नोएडा के रहने वाला है. टोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था. प्रवीण की जिंदगी चुनौतियों से भरी रही. जन्म से ही उनका एक पैर छोटा था. एक पैर छोटा और एक बड़ा होने के चलते उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा. वह अपने दोस्तों के साथ वॉलीवॉल खेला करते थे लेकिन एक बार उन्होंने हाई जंप इवेंट में पार्टीसिपेट किया. इस इवेंट ने उनकी जिंदगी बदल दी. हाई जंप इवेंट में पार्टिसिपेट करने के बाद उन्हें एहसास हुआ की दिव्यांग लोगों के लिए भी खेल के क्षेत्र में अवसर हैं.
डॉ. सत्यापाल सिंह, प्रवीण के कोच हैं. उन्हीं की बदौलत आज प्रवीण ने पेरिस ओलंपिक में देश को गर्व की अनुभूति कराई है. वॉलीवॉल से हाई जंप की ओर शिफ्ट होने प्रवीण के करियर का टर्निंग प्वाइंट था. 2019 के वर्ल्ड पैरा एथेलिटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता और फिर दुबई में 2021 विश्व पैरा एथलेटिक्स FAZZA ग्रैंड प्रिक्स में गोल्ड जीतकर उन्होंने अपने खेल का लोहा मनवाया.