रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और भारत के स्टार विराट कोहली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इतिहास में सबसे बड़े आइकन में से एक रहे हैं. कोहली के साथ अंडर-19 में खेलने वाला प्लेयर अब आईपीएल में अंपायरिंग करेगा. तन्मय श्रीवास्तव आईपीएल 2025 में आधिकारिक मैच अंपायर के रूप में अपनी शुरुआत करने के लिए तैयार हैं.
तन्मय श्रीवास्तव 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंडर-19 विश्व कप फाइनल में भारत के शीर्ष स्कोरर थे, आईपीएल इतिहास में मैच खेलने और अंपायरिंग करने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएंगे. आईपीएल के शुरुआती वर्षों में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) का प्रतिनिधित्व करने के बाद श्रीवास्तव ने बीसीसीआई-प्रमाणित अंपायर के रूप में योग्यता प्राप्त करते हुए एक नए करियर पथ पर कदम रखा.
A true player never leaves the field—just changes the game.
— UPCA (@UPCACricket) March 17, 2025
Wishing Tanmay Srivastava the best as he dons a new hat with the same passion!#UPCA #IPL #UP #PrideOfUP pic.twitter.com/wrRoW31OG2
मुझे समझ आ गया की मैं और अच्छा क्रिकेटर नहीं बन सकता
तन्मय श्रीवास्तव ने कहा, मुझे समझ में आ गया था कि मैं अब और बेहतर क्रिकेटर नहीं बन सकता. मैं आईपीएल खेलने के करीब भी नहीं था. मुझे यह तय करना था कि मैं खिलाड़ी के रूप में अपना जीवन लंबा करना चाहता हूं या लंबी सफल दूसरी पारी खेलना चाहता हूं.
35 साल की उम्र में श्रीवास्तव का अंपायर बनने का सफर बहुत तेजी से आगे बढ़ा है. उन्होंने बीसीसीआई से दो साल के भीतर लेवल 2 अंपायरिंग कोर्स पूरा किया, जिससे अंपायरिंग की बारीकियों को समझने में उनकी प्रतिबद्धता का पता चलता है. हालांकि, श्रीवास्तव ने टाइम्स ऑफ इंडिया को यह भी बताया कि बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला से बातचीत से उन्हें अपने नए अध्याय पर फैसला लेने में मदद मिली.
अंपायरिंग पर ध्यान केंद्रित किया
श्रीवास्तव ने कहा कि मैंने राजीव शुक्ला सर से कहा कि मैं खेलने के अलावा क्रिकेट में कुछ और करना चाहता हूं. वह भी थोड़ा हैरान हो गए मेरी उम्र 30 साल की थी. फिर हमने चर्चा की कि क्या विकल्प हो सकते हैं. मैंने एनसीए में कोचिंग में अपना लेवल 2 कोर्स किया. फिर मैंने अंपायरिंग पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया.
रिटायरमेंट के बाद श्रीवास्तव की क्रिकेट में भागीदारी अंपायरिंग से आगे बढ़ गई. 2020 में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के लिए टैलेंट स्काउट की भूमिका निभाई, टीम प्रबंधन के साथ मिलकर काम किया. उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) और जम्मू-कश्मीर राज्य टीम में अंडर-16 टीम के लिए फील्डिंग कोच के रूप में भी काम किया.