कंगाली की कगार पर PCB, चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए उड़ाए पैसे, अब प्लेयर्स की मैच फीस काट कर रहा घाटे की भरपाई
पीसीबी ने आगामी राष्ट्रीय टी20 चैंपियनशिप में भाग लेने वाले क्रिकेटरों की मैच फीस 100,000 पाकिस्तानी रुपये प्रति मैच से घटाकर 10,000 प्रति मैच कर दी है, जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को प्रति मैच 5000 रुपये मिलेंगे. टूर्नामेंट 14 मार्च से शुरू हो रहा है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड कंगाली की कगार पर है. बोर्ड के पास इतने पैसे भी नहीं हैं वो अपने खिलाड़ियों का ध्यान रख सके. पीसीबी कथित तौर पर घरेलू क्रिकेट में खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती कर रहा है और सुविधाओं में कटौती कर रहा है. बोर्ड ने हाल ही में 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए लाहौर, कराची और रावलपिंडी में स्टेडियमों के निर्माण के लिए अरबों रुपये खर्च किए थे.
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी ने आगामी राष्ट्रीय टी20 चैंपियनशिप में भाग लेने वाले क्रिकेटरों की मैच फीस 100,000 पाकिस्तानी रुपये प्रति मैच से घटाकर 10,000 प्रति मैच कर दी है, जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को प्रति मैच 5000 रुपये मिलेंगे. टूर्नामेंट 14 मार्च से शुरू हो रहा है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से आगे बताया गया है कि पीसीबी में घरेलू क्रिकेट के प्रमुख अब्दुल्ला खुर्रम नियाजी पिछले कुछ महीनों में घरेलू खिलाड़ियों के लिए "सुविधाओं में कटौती" कर रहे हैं.
खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती
एक सूत्र के हवाले से कहा गया है, जिन खिलाड़ियों को पहले पांच सितारा और चार सितारा होटलों में रहने की सुविधा दी जा रही थी, उन्हें अब सस्ते आवास की सुविधा दी जा रही है. फीस के अलावा उनके लिए हवाई यात्रा की लागत भी कम कर दी गई है. इसके अलावा, खिलाड़ियों और अंपायरों को पिछले सत्र का बकाया भुगतान अभी तक नहीं मिला है. बोर्ड ने पूर्व टेस्ट क्रिकेटरों के लिए वार्षिक पेंशन वृद्धि भी लागू नहीं की है, जैसा कि बोर्ड की नीति के अनुसार अनिवार्य है. हालांकि, बोर्ड के भीतर प्रशासक उच्च वेतन प्राप्त करना जारी रखते हैं.
मेंटरों को भी भारी भरकम वेतन
राष्ट्रीय चयनकर्ताओं और यहां तक कि हाल ही में संपन्न चैंपियंस कप के लिए पांच टीमों के लिए नियुक्त किए गए मेंटरों को भी भारी भरकम वेतन दिया जा रहा है मिस्बाह उल हक, वकार यूनिस, शोएब मलिक, सरफराज अहमद और सकलैन मुश्ताक. बताया जा रहा है कि इनमें से प्रत्येक को दो साल का अनुबंध दिया गया है और कहा जा रहा है कि उन्हें प्रति माह लगभग 50 लाख रुपए का भुगतान किया जाएगा.