Paris Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय एथलीट ने 2 सितंबर को कमाल करते हुए 8 मेडल जीते. इस दमदार प्रदर्शन के चलते मेडल की संख्या 15 हो चुकी है. 2 सितंबर को जिन एथलीट्स ने मेडल जीते उनमें नित्या श्री सिवान भी शामिल हैं, जिन्होंने अपने डेब्यू में ही कमाल किया और महिला एकल बैडमिंटन SH6 वर्ग में भारत के लिए कांस्य पदक जीता. बैडमिंटन में इस बार का ये 5वां मेडल था.
🤩 𝗕𝗿𝗼𝗻𝘇𝗲 𝗳𝗼𝗿 𝗡𝗶𝘁𝗵𝘆𝗮! Congratulations to Nithya Sre Sivan on winning her first medal at the Paralympics.
— Sportwalk Media (@sportwalkmedia) September 2, 2024
👉 𝗙𝗼𝗹𝗹𝗼𝘄 @sportwalkmedia 𝗳𝗼𝗿 𝗲𝘅𝘁𝗲𝗻𝘀𝗶𝘃𝗲 𝗰𝗼𝘃𝗲𝗿𝗮𝗴𝗲 𝗼𝗳 𝗜𝗻𝗱𝗶𝗮𝗻 𝗮𝘁𝗵𝗹𝗲𝘁𝗲𝘀 𝗮𝘁 𝘁𝗵𝗲 𝗣𝗮𝗿𝗶𝘀 𝗣𝗮𝗿𝗮𝗹𝘆𝗺𝗽𝗶𝗰𝘀… pic.twitter.com/W25rlXo2S6
2016 में नित्या ने 2016 के रियो पैरालंपिक के दौरान लिन डेन को खेलते हुए दिखा, यहां से उन्होंने ठान लिया कि अब वो भी फ्यूचर में बैडमिंटन खेलेंगी. 2020 में नित्या को पैरा-बैडमिंटन का पता चला. उनके पिता भी राज्य स्तर के पैरा-बैडमिंटन प्लेयर थे. जिन्होंने शुरुआत में उन्हें कोचिंग दी. फिर उन्हें तमिलनाडु पैरा-बैडमिंटन राज्य चैंपियनशिप में प्रवेश कराया.
A historic day for us "Our Paralympic athletes have showered us with huge medals in a day"
— Rajat Davangeri (@rajatdavangeri) September 3, 2024
Suhas Yathiraj 🥈✅
Thulasimathi Murugesan 🥈✅
Manisha Ramadass 🥉 ✅
Nitesh Kumar 🥇 ✅
Sheetal Devi & Rakesh Kumar🥉 ✅
Nithya Sre Sivan 🥉 ✅
Yogesh Kathuniya🥈 ✅
Jai Hind 🇮🇳!! pic.twitter.com/AVGCbamK2q
किससे ट्रेनिंग ली?
तमिलनाडु के बाद नित्या भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच गौरव खन्ना के पास ट्रेनिंग के लिए पहुंची, जहां उन्होंने खूब मेहनत की. वो तमिलनाडु से ट्रेनिंग के लिए लखनऊ आ गईं थीं. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज देश को डेब्यू में ही ब्रॉन्ज दिला दिया. बता दें कि द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता गौरव खन्ना खिलाड़ियों को निखारने का काम कर रहे हैं. उनके ट्रेनिंग लेकर कई प्लेयर देश के लिए मेडल जीत चुके हैं.