Vinesh Phogat: भारतीय स्टार रेसलर विनेश फोगाट की वतन वापसी हो गई है. 17 अगस्त को जब वो दिल्ली एयरपोर्ट से बाहर निकलीं तो उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन रात में गांव तक पहुंचने के दौरान रास्ते में उनका जोरदार स्वागत किया गया. फैंस का प्यार देखकर उनके चेहरे पर मुस्कान लौटी. दिल्ली से 125 किलोमीटर लंबे रोड शो के बाद विनेश जब गांव पहुंची तो उनका जोरदार स्वागत हुआ. अपने पैतृक गांव में विनेश ने संकेत दिए हैं कि वो संन्यास से वापस लौट सकती हैं.
Wrestler @Phogat_Vinesh addresses the villagers and her family members on her return to Balali village on Saturday night. @IExpressSports @IndianExpress pic.twitter.com/LBq7wjvqbn
— Nitin Sharma (@Nitinsharma631) August 18, 2024
विनेश ने अपने संबोधन में कहा 'मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हूं, मैंने ऐसे गांव में जन्म लिया है. आज मैं गांव का कर्ज अदा करने में अपनी भूमिका निभा पाई हूं, मैं चाहती हूं कि गांव से मेरी एक बहन निकले जो मेरे रेसलिंग के रिकॉर्ड तोड़े.
#WATCH | Indian wrestler Vinesh Phogat says, " This Olympic medal has become a deep wound...it will take time to heal but I want to thank the people of my country...I can't say anything right now if I have quit (wrestling) or if will I continue...our fight has not ended. I just… https://t.co/1Ub6oAboZE pic.twitter.com/DiuVoFYVPZ
— ANI (@ANI) August 17, 2024
संन्यास पर क्या बोलीं विनेश फोगाट?
पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम ओवर वजन के चलते अयोग्य घोषित होने पर विनेश ने कहा 'ओलिंपिक मेडल का बहुत गहरा घाव है, मुझे लगता है कि इससे उभरने में बहुत टाइम लगता, लेकिन आज जो गांव और देश का प्यार देखा, इससे घाव भरने में हिम्मत मिलेगी, जिस रेसलिंग को मैं छोड़ना चाहती थी, या छोड़ दिया है, मैं इस पर कुछ नहीं कह सकती, आज के प्यार से मुझे बहुत हिम्मत मिली है.'
क्या संन्यास तोड़ेंगीं विनेश फोगाट?
विनेश फोगाट ने मंच से आगे कहा 'जिंदगी की लड़ाई बहुत लंबी है, हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. एक छोटा सा हिस्सा मैं पार कर आई हूं, यह भी अधूरा रह गया, हम एक साल से लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं, वह आगे भी जारी रहेगी.'
क्यों मेडल नहीं मिला?
बता दें कि पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 50 किलो कुश्ती स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई थी. उन्होंने एक ही दिन में तीन पहलवानों को चित किया था. गोल्ड मेडल मैच से पहले उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला. उन्होंने पूरी रात वजन घटाने की कोशिश की थी. काफी हद तक काबू पा लिया गया था, लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद 100 ग्राम वजन ज्यादा निकल गया.
अपील भी खारिज हुई
वजन ज्यादा होने के चलते ओलंपिक कमेटी ने विनेश को डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. इसके बाद विनेश ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील की थी, जिसमें मांग करते हुए कहा था उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए, जिसे CAS ने स्टार खारिज कर दिया. इसलिए विनेश बिना मेडल के वापस लौटीं, अयोग्य घोषित करार होने के बाद उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया था. अब भारत लौटने पर उनका एक चैंपियन की तरह ही स्वागत किया गया है.