भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. बॉर्डर-गावास्कर ट्रॉफी के बीच में अश्विन ने संन्यास का ऐलान कर के सबको चौंका दिया है. ब्रिसबेन टेस्ट खत्म होते ही 38 साल के अश्विन ने रिटायरमेंट ले लिया. कप्तान रोहित शर्मा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए कहा कि आज भारतीय टीम में क्रिकेटर के तौर पर मेरा आखिरी दिन था. अश्विन के रियारमेंट की टाइमिंग को लेकर सुनील गावास्कर ने सवाल खड़े किए हैं.
पूर्व भारतीय कप्तान और महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रविचंद्रन अश्विन के संन्यास के फैसले के टीम पर पड़ने वाले प्रभाव पर प्रतिक्रिया दी है. गावस्कर ने कहा कि अश्विन ने वही किया जो 2014-15 में एमएस धोनी ने किया था. गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया में 2014-15 की टेस्ट सीरीज के दौरान एमएस धोनी के बीच में संन्यास लेने की तुलना करते हुए तर्क दिया कि ऐसे फैसले टीम की योजना को बाधित करते हैं. गावस्कर ने ब्रॉडकास्टर्स से कहा, वह कह सकते थे, सीरीज खत्म होने के बाद मैं भारत के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा. इससे जो होता है, उसी तरह जब एमएस धोनी 2014-15 की सीरीज में तीसरे टेस्ट के अंत में रिटायर हुए, तो आप एक कम रह जाते हैं.
आगे के प्लान पर पड़ेगा असर
उन्होंने कहा कि चयन समिति ने एक दौरे के लिए कई खिलाड़ियों को एक उद्देश्य के साथ चुना है. अगर कोई चोटिल होता है तो वे रिजर्व खिलाड़ियों में से किसी को टीम में शामिल कर सकते हैं. इसलिए, सिडनी ऐसी जगह है जहां स्पिनरों के लिए काफी सहायता उपलब्ध है. इसलिए भारत दो स्पिनरों के साथ खेल सकता था. आप कभी नहीं जानते. वह निश्चित रूप से वहां हो सकता था. मुझे नहीं पता कि मेलबर्न की पिच कैसी होगी. आम तौर पर, आप सीरीज के अंत को देखते हैं.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वाशिंगटन सुंदर को अश्विन की जगह लेने के लिए तैयार किया जा रहा है, तो गावस्कर ने माना कि ऐसा होने की संभावना है. शायद वाशिंगटन सुंदर उनसे आगे हैं. रोहित ने बताया कि सुंदर कल बाहर जा रहे हैं. इसलिए यह अश्विन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के तौर पर अंत का संकेत है. वह एक बेहतरीन क्रिकेटर रहे हैं.
अश्विन का करियर
अश्विन ने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच से इंटरनेशनल डेब्यू किया था. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 106 मैचों में 537 विकेट हासिल किए. अश्विन ने 156 वनडे विकेट भी हासिल किए. टी-20 में अश्विन ने 72 विकेट लिए हैं. अश्विन ने बतौर बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन बनाए और उन्होंने कुल 6 टेस्ट शतक लगाए. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम कुल 8 शतक रहे.