कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑल-राउंडर रमनदीप सिंह याद करते हुए कहते हैं कि सीजन की शुरुआत में गौतम गंभीर सर ने मुझसे कहा था कि तुम पूरा सीजन खेलोगे. टीम के लिए तुम नंबर 7 या 8 पर बैंटिंग करोगे, ये काफी इंपोर्टंट होने वाला है इसलिए तुम उसी तरह से अपनी तैयारी करो. 27 साल के खिलाड़ी ने नंबर 7 या नंबर 8 पर बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 62 गेंदों में 125 रन बनाए हैं.
गंभीर ने फिनिशर की भूमिका के लिए रोडमैप तैयार किया था और यह किसी कागज के टुकड़े या विश्लेषकों की 20 पेज की पीडीएफ पर नहीं लिखा गया था. रमनदीप सिंह ने मैच के बाद बताया कि गौती पाजी ने मुझसे स्पष्ट रूप से कहा 'मुझे पता है कि यह सबसे कठिन काम होने वाला है. एक सलामी बल्लेबाज के रूप में अर्धशतक लगाना आसान काम है, लेकिन मैं आपसे पांच गेंदों पर 15 रन की उम्मीद कर रहा हूं और अगर आप असफल भी होते हैं, तो भी मेरा वादा है कि मैं आपका समर्थन करूंगा.
'मैच विनर के लिए बुलेट भी खाने को रहते हैं तैयार'
अब रमनदीप की तरह, मनविंदर बिस्ला को भी गंभीर ने 2012 में आंख बंद करके समर्थन दिया था. इतना कि गंभीर ने उनके लिए ब्रेंडन मैकुलम को भी बाहर कर दिया, जिसने टूर्नामेंट के पहले ही मैच में 73 गेंदों में 158 रन बनाकर आईपीएल में आग लगा दी थी. बिस्ला ने 2012 के आईपीएल फाइनल में 48 गेंदों में 89 रनों की शानदार पारी खेलकर केकेआर को पहली बार चैंपियन बनाया था. मनविंदर बिस्ला ने कहा कि उनके लिए, यह मायने नहीं रखता कि आप एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं या भारतीय खिलाड़ी या घरेलू क्रिकेटर हैं. उनके लिए अगर आप मैच विनर हैं तो आपको पूरा समर्थन मिलेगा.
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अनकैप्ड खिलाड़ियों को सपोर्ट
मनविंदर बिस्ला ने कहा कि हर सीज़न में हम देखते हैं कि अनकैप्ड खिलाड़ियों का सफलता अनुपात बहुत कम है. अगर पांच चलेंगे तो पचास गायब होंगे. गौतम अलग हैं, वह सिर्फ यह जानते हैं कि एक अनकैप्ड खिलाड़ी से सर्वश्रेष्ठ कैसे निकालना है. उन्होंने 2012 में मुझे कट-टू-कट बताया कि वह मुझसे क्या चाहते हैं. फाइनल को छोड़कर, मैंने कोई असाधारण योगदान नहीं दिया था.आप उनकी नजर में मैच विनर हो तो वह आपके लिए बुलेट भी खोने को तैयार रहेंगे.
डेटा और आंकड़ों पर ध्यान नहीं देते गंभीर
रविचंद्रन अश्विन के यूट्यूब शो, 'कुट्टी स्टोरीज़ विद ऐश' पर बोलते हुए, गंभीर ने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति हैं जो लंबी मीटिंग में विश्वास नहीं करते हैं और कभी भी डेटा और आंकड़ों पर ध्यान नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि मैंने डेटा पर कभी विश्वास नहीं किया. गंभीर के साथ केकेआर के लिए खेल चुके पीयूष चावला बताते हैं कि बहुत से लोग प्रक्रिया का पालन करते हुए अच्छे क्रिकेट के बारे में बात करते हैं, लेकिन गौती भाई ऐसे व्यक्ति हैं जो परिणामों में विश्वास करते हैं. वह बिल्कुल भी डेटा नहीं देखते हैं. वह अपनी अंतरात्मा की आवाज पर चलते हैं.
लाइसेंस टू किल
गौतम गंभीर ने 2007 टी20 विश्व कप के फाइनल और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और केकेआर को 2012 और 2014 में दो आईपीएल खिताब दिलाए. वह इस सीजन में टीम मेंटर के रूप में केकेआर में लौटे और टीम को चैंपियन बना दिया. बताया जाता है कि टीम के ऑनर शाहरुख खान ने गंभीर के सामने ब्लैंक चेक रख दिया था और अगले 10 साल के लिए मेंटॉरशिप ऑफर दिया. गंभीर इससे पहले लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटॉर थे. टीम के साथ जुड़ते ही गंभीर ने केकेआर का माइड सेट बदल दिया. गंभीर ने अपने खिलाड़ियों को लाइसेंस टू किल दिया. फील्ड में जाओं और सामने वाली टीम पर हावी हो जाओ.