IND vs AUS: नीतीश कुमार रेड्डी मेलबर्न में बने ‘पुष्पाराज’, सेंचुरी जड़कर रचा इतिहास

IND vs AUS: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय बैटर नीतीश रेड्डी ने जोरदार शतक ठोक दिया है. इस शतक ने टीम इंडिया संकट से बाहर निकाल लिया है.

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बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय बैटर नीतीश रेड्डी ने जोरदार शतक ठोक दिया है. इस शतक ने टीम इंडिया संकट से बाहर निकाल लिया है. उन्होंने स्कॉट बोलैंड की गेंद पर चौका जड़कर शतक पूरा किया. यह उनका पहला टेस्ट शतक है. वॉशिंगटन सुंदर ने फिफ्टी लगाई. रेड्डी सुंदर ने 8वें विकेट के लिए 127 रन जोड़े. 

नीतीश रेड्डी की ये पारी एक अहम मौके पर आई है. भारतीय टीम जब मेलबर्न में फंसी हुई थी उस समय नीतीश रेड्डी ने मोर्चा संभाला. टीम इंडिया ने 191 रन पर ही 6 विकेट गंवा दिए थे, ऐसे में उन्होंने एक और थामा और भारत को फॉलोऑन से निकाला. ये उनके इंटरनेशनल करियर का पहला शतक है. 

टीम इंडिया की पारी संभाली 

मेलबर्न में नीतीश ने दमदार पारी खेली. उन्होंने 171 गेंदों में शतक कंप्लीट किया. अपनी पारी में 10 चौके और एक छक्का जड़ा. नीतीश कुमार रेड्डी ने इस शतकीय पारी के साथ ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर इतिहास भी रच दिया है. नंबर-8 या उससे नीचे खेलकर ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने हैं. इसके साथ ही  नीतीश कुमार रेड्डी इसी के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय भी बन गए हैं.

नीतीश रेड्डी ने रचा इतिहास

मेलबर्न में नीतीश रेड्डी ने बड़ा इतिहास रच दिया है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शतक लगाने वाले वह सबसे युवा इंडियन बैटर बन गए हैं. नीतीश ने ये कारनामा 21 साल 216 दिन की उम्र में किया है. नीतीश ने एक और धांसू कीर्तिमान रचा है. वह ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने 76 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त किया है. नीतीश ने 21साल, 216 दिन की उम्र में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर सेंचुरी जड़ने का कमाल किया. उन्होंने दत्तू फडकर को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 1948 में एडिलेड में 22 साल 46 दिन की उम्र में टेस्ट सेंचुरी लगाई थी.