नीतीश रेड्डी ने मेलबर्न टेस्ट में दमदार पारी खेली है. नीतीश ने वर्ल्ड क्रिकेट को बता दिया है मैं आ गया हूं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट शतक इस बात का सबूत है कि आने वाले दिनों में वह वर्ल्ड क्रिकेट पर छाने वाले हैं. उन्होंने 115वां ओवर डाल रहे स्कॉट बोलैंड की तीसरी बॉल पर चौका लगाकर शतक पूरा किया. सेंचुरी होने के बाद नीतीश ने अगल अंदाज में सेलिब्रेट किया.
स्पार्टन पोज में सेलिब्रेश
सेंचुरी पूरी होने के बाद रेड्डी घुटने के बल मैदान पर बैठ गए और बैट को मैदान पर गाढ़कर उसमें हेलमेट लटकाकर सेलिब्रेट किया. वे आसमान की तरफ देखकर भगवान का शुक्रिया अदा करते दिखे. उनके इस एतिहासिक पारी के गबाह उनके पिता भी बने. नीतीश के पिता मुत्याला रेड्डी स्टेडियम में मौजूद थे. शतक पूरा होने के बाद नीतीश के पिता मुत्याला रेड्डी का रिएक्शन तेजी से वायरल हुआ. बेटे का शतक होते ही उनके आंखों में आंसू आ गए. नीतीश के पिता ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही स्पेशल मोमेंट है। इस दिन को कभी नहीं भूलेंगे.
Nitish Kumar Reddy hits his maiden Test century and receives a standing ovation from the MCG crowd ❤️ #AUSvIND | #PlayOfTheDay | @nrmainsurance pic.twitter.com/Vbqq5C26gz
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 28, 2024
टीम को मुश्किल से निकाला
नीतीश रेड्डी की ये पारी एक अहम मौके पर आई है. भारतीय टीम जब मेलबर्न में फंसी हुई थी उस समय नीतीश रेड्डी ने मोर्चा संभाला. टीम इंडिया ने 191 रन पर ही 6 विकेट गंवा दिए थे, ऐसे में उन्होंने एक और थामा और भारत को फॉलोऑन से निकाला. रेड्डी ने 171 गेंदों में 10 चौके और 1 छक्के की मदद से शतक पूरा किया. नितीश नंबर आठ पर बैटिंग करने के लिए मैदान पर उतरे थे.
नीतीश कुमार रेड्डी ने इस शतकीय पारी के साथ ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर इतिहास भी रच दिया है. नंबर-8 या उससे नीचे खेलकर ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने हैं. इसके साथ ही नीतीश कुमार रेड्डी इसी के साथ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय भी बन गए हैं.