भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां टेस्ट मैच सिडनी में खेला जा रहा है. इस मैच से पहले एक बड़ा फैसला लिया गया और भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवेन से ड्रॉप कर दिया गया. रोहित के खराब फॉर्म को देखते हुए ये फैसला लिया गया लेकिन टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू को ये पसंद नही आया.
सिद्दू अब रोहित के समर्थन में उतर आए हैं और हेड कोच गौतम गंभीर समेत पूरी मैनेजमेंट को कड़ी फटकार लगाई है. उनका कहना है कि रोहित को बाहर करने का फैसला बहुत ही गलत है और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था. सिद्धू का मानना है कि एक कप्तान को आप ड्रॉप नहीं कर सकते हैं भले ही उसका फॉर्म कैसा भी हो.
हिटमैन को ड्रॉप किए जाने के बाद पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, "रोहित को यहां पर एक विक्लप के तौर पर समझा गया है. एक कप्तान को कभी ड्रॉप नहीं किया जा सकता है या फिर उसे खुद को बाहर करने का विकल्प नहीं दिया जाना चाहिए. इससे पहले मार्क टेलर और मोहम्मद अजहरूद्दीन जैसे तमाम कप्तान खराब फॉर्म से जूझे हैं लेकिन उन्हें कभी भी बाहर नहीं किया गया."
सिद्धू ने आगे कहा कि "शर्मा इससे अधिक इज्जत पाने के योग्य हैं और टीम मैनेजमेंट को उनके ऊपर भरोसा करना चाहिए था. अगर आपने एक खिलाड़ी को कप्तान बनाया है तो उसके ऊपर भरोसा करना चाहिए. या फिर आप उसे कप्तान ही मत बनाओ. ये एक बहुत ही खराब फैसला है."
A Captain should never be dropped midstream nor given the option to opt out … sends wrong signals …. Have seen Captain s like Mark Taylor , Azharuddin etc persisted as captain for a year despite bad form …. @ImRo45 deserved more respect and faith from the management …… pic.twitter.com/OJcSF9r3fU
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) January 3, 2025
इससे पहले भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी रोहित को ड्रॉप नहीं किए जाने की वकालत की थी. पठान का कहना है था कि "रोहित शर्मा भले ही इस समय खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं लेकिन मैं चाहता हूं कि वे शर्मा इस मैच में भी खेलें और लड़ाई करें. मुझे यही लगता है कि उन्हें खेलना चाहिए था और सिडनी में लड़ाई लड़ कर एक बेहतरीन पारी खेलकर भारत को मैच में जीत दिलाएं."