'मुझे नहीं पता कि'...Virat Kohli से अपने रिश्ते पर क्या बोल गए कैप्टन कूल ?
MS Dhoni On Virat Kohli: विराट कोहली ने धोनी के साथ साल 2008 से साल 2019 तक 11 साल ड्रेसिंग रूम साझा किया. दोनों की दोस्ती जगजाहिर है. अब कैप्टन कूल नाम से मशहूर एमएस धोनी ने विराट के साथ अपने रिश्ते पर बड़ा बयान दिया है. जानिए...
MS Dhoni On Virat Kohli: महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली...भारतीय क्रिकेट के 2 मजबूत स्तंभ हैं. इन दो दिग्गजों की अपनी पहचान है. सालों तक एक दूसरे के साथ खेलने वाले धोनी-विराट एक दूसरे को काफी इज्जत और सम्मान देते हैं. क्रिकेट के इतर इन दोनों की दोस्ती जग जाहिर हैं. विराट कोहली हमेशा ही एमएस धोनी की तारीफ करते रहे हैं वो यहां तक कह चुके हैं कि बुरे वक्त में धोनी ही इकलौते ऐसे शख्स थे जिन्होंने कोहली को संभाला. अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने कोहली के साथ अपने रिश्ते पर बड़ा बयान दिया है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एमएस धोनी किसी कार्यक्रम में शामिल हुए थे. वहां लोगों ने विराट कोहली के साथ उनके रिश्ते पर सवाल किया, जिसके जवाब में धोनी ने बहुत अच्छी बात कही है.
क्या बोले एमएस धोनी?
एमएस धोनी ने कोहली के साथ रिश्ते पर कहा 'हम 2008-09 से खेल रहे हैं. अभी भी उम्र में अंतर है, इसलिए मुझे नहीं पता कि मैं इसे बड़ा भाई कहूंगा या सहकर्मी या जो भी नाम आप देंगे, लेकिन आखिरकार हम सहकर्मी रहे हैं, आप जानते हैं, जिन्होंने बहुत लंबे समय तक भारत के लिए खेला है. जब विश्व क्रिकेट की बात आती है तो वह सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं.'
धोनी की कप्तानी में डेब्यू किया
विराट कोहली ने एमएस धोनी की ही कप्तानी में साल 2008 में टेस्ट डेब्यू किया था. फिर धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का प्लान बनाया तो विराट को ही कप्तानी सौंपी गई.
2017 में तीनों फॉर्मेट के कप्तान बने थे विराट
जब धोनी ने सीमित ओवरों से भी कप्तानी से हटने का फैसला किया तो विराट को साल 2017 में भारतीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट के कप्तान बनाया गया है. इसमें काफी हद तक धोनी का समर्थन था. कोहली कई मौकों पर कह चुके हैं कि कप्तानी छोड़ने के बाद भी धोनी उन्हें गाइड करते रहे. कोहली धोनी को अपना गुरु भी मानते हैं.
कई यादगार साझेदारियां भी हुईं
2013 से लेकर 2019 तक इन दोनों दिग्गजों ने भारतीय टीम के लिए कई यादगार साझेदारियां भी हैं. जब टीम मुश्किल परिस्थितियों में होती थी तो धोनी-कोहली खड़े होते थे. खास तौर पर लक्ष्य का पीछा करते समय मध्यक्रम में उनकी समझ हमेशा ही महत्वपूर्ण होती थी.