Mohammad Nabi: अफगानिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर मोहमद नबी ने यह पुष्टि की है कि 19 फरवरी से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी 2025 उनके वनडे क्रिकेट से संन्यास का आखिरी टूर्नामेंट नहीं होगा. हालांकि, 40 वर्षीय नबी ने यह संकेत दिया है कि इस आठ-टीम टूर्नामेंट के बाद वह अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए कम मैच खेलेंगे.
दिलचस्प बात यह है कि नबी का एक अच्छा सपना है कि वह अपने 18 वर्षीय बेटे हसन इसाखिल के साथ एकदिवसीय क्रिकेट खेलना चाहते हैं. नबी ने पहले घोषणा की थी कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के बाद एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे, लेकिन अब उन्होंने संकेत दिया है कि वह अपने 50-ओवर करियर को बढ़ा सकते हैं.
नबी का बेटा हसन इसाखिल ने 2024 के अंडर-19 विश्व कप में अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व किया और अब तक 16 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 426 रन बना चुके हैं. नबी को विश्वास है कि उनका बेटा जल्द ही सीनियर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाएगा.
नबी ने आईसीसी से बात करते हुए कहा, "यह मेरा सपना है. उम्मीद है कि हम इसे हासिल कर पाएंगे. वह बहुत अच्छा खेल रहा है. वह कड़ी मेहनत कर रहा है, और मैं भी उसे मेहनत करने के लिए प्रेरित कर रहा हूं."
उन्होंने आगे कहा, "मैं चाहता हूं कि वह अपने लक्ष्य खुद तय करे. अगर आप एक उच्च स्तर के क्रिकेटर बनना चाहते हैं, तो आपको कड़ी मेहनत करनी होगी. केवल 50 या 60 रन बनाना पर्याप्त नहीं है, आपको 100+ रन बनाने होंगे. वह मेरी सलाह सुनता है और खुद को लगातार आगे बढ़ा रहा है."
चैंपियंस ट्रॉफी में नबी का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है. वह अफगानिस्तान की मध्यक्रम की बल्लेबाजी में अहम भूमिका निभाएंगे और उनकी स्पिन गेंदबाजी आक्रमण में राशिद खान के साथ मुख्य भूमिका में होंगे.
नबी ने कहा, "यह शायद मेरा आखिरी एकदिवसीय टूर्नामेंट नहीं होगा. मैं शायद कम एकदिवसीय मैच खेलूं और युवा खिलाड़ियों को अधिक अवसर दूं ताकि वे अनुभव हासिल कर सकें."