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रात भर गायब, सुबह 6 बजे होटल लौटना...पृथ्वी शॉ ने खुद को किया बर्बाद? MCA ने खोल दिए सारे राज

अधिकारी ने कहा, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हम 10 क्षेत्ररक्षकों के साथ खेल रहे थे, क्योंकि हमें पृथ्वी शॉ को छिपाने के लिए मजबूर होना पड़ा था. गेंद उनके पास से गुजरती थी और वह बड़ी मुश्किल से उस तक पहुंच पाते थे. उन्होंने कहा, बल्लेबाजी करते समय भी हम देख सकते थे कि उन्हें गेंद तक पहुंचने में परेशानी हो रही थी.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Prithvi Shaw
Courtesy: Social Media

पृथ्वी शॉ का करियर जिस रफ्तार से चढ़ा था उसी रफ्तार से नीचे गिरा है. टीम इंडिया से बाहर होने के बाद अब उन्हें डोमेस्टिक टीम में भी जगह नहीं मिल रही. मुंबई ने शॉ को विजय हजारे ट्रॉफी की टीम से बाहर कर दिया है. टीम से बार होने पर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट किया था. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने इसे लेकर बड़ा खुलासा किया है. एसोसिएशन का कहना है कि वह अपना खुद का दुश्मन है. 

एमसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से बात करते हुए दावा किया कि टीम को कई बार उनकी खराब फिटनेस, अनुशासन और रवैये के कारण उन्हें मैदान पर "छिपाने के लिए मजबूर" होना पड़ा. शॉ ने कुछ दिन पहले एक वायरल सोशल मीडिया पोस्ट में विजय हजारे ट्रॉफी के लिए 16 सदस्यीय टीम में नहीं चुने जाने पर अपनी निराशा व्यक्त की थी, जबकि वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा थे.

'हमें शॉ को छिपाना पड़ता है'

अधिकारी ने कहा, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हम 10 क्षेत्ररक्षकों के साथ खेल रहे थे, क्योंकि हमें पृथ्वी शॉ को छिपाने के लिए मजबूर होना पड़ा था. गेंद उनके पास से गुजरती थी और वह बड़ी मुश्किल से उस तक पहुंच पाते थे. उन्होंने कहा, बल्लेबाजी करते समय भी हम देख सकते थे कि उन्हें गेंद तक पहुंचने में परेशानी हो रही थी. उनकी फिटनेस, अनुशासन और रवैया खराब है और यह बहुत सरल है, अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम नहीं हो सकते. यहां तक ​​कि टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी भी अब उनके रवैये के बारे में शिकायत करने लगे हैं.

रात-रात भर होटल से गायब रहते थे

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान शॉ नियमित रूप से प्रशिक्षण सत्र से अनुपस्थित रहते थे, क्योंकि वह सुबह छह बजे टीम होटल में पहुंच जाते थे और रात में अधिकतर समय बाहर रहते थे. अधिकारी ने कहा कि युवा खिलाड़ी ने यह कहते हुए अपना बचाव किया है कि शॉ, जिन्होंने अपनी मैदान के बाहर की गतिविधियों के लिए बहुत ध्यान आकर्षित किया है और अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करके अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया है, उन्हें इस तरह के सोशल मीडिया पोस्ट से कोई फायदा नहीं होगा.

श्रेयस अय्यर ने भी उठाए सवाल

शॉ के साथी और मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर ने भी उस रात कड़ा बयान जारी किया था, जब मुंबई ने फाइनल में मध्य प्रदेश को हराकर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीती थी. अय्यर ने बेंगलुरू में संवाददाताओं से कहा, उन्हें अपने काम के तौर-तरीके सही करने होंगे. और अगर वह ऐसा करते हैं, तो उनके लिए अपार संभावनाएं हैं. हम किसी की देखभाल नहीं कर सकते, है न? उन्होंने बहुत क्रिकेट खेली है. सभी ने उन्हें सुझाव दिए हैं. आखिरकार यह उनका काम है कि वे खुद ही चीजों का पता लगाएं. और उन्होंने अतीत में भी ऐसा किया है. ऐसा नहीं है कि उन्होंने ऐसा नहीं किया है.