Mohammed Shami Roza Controversy: भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी द्वारा रोजा नहीं रखे जाने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. हाल ही में मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा था कि शमी ने रोजा नहीं रखने पर पाप किया है और उनकी वजह से गलत संदेश जा रहा है. ऐसे में एस मामले को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने अपनी राय दी है.
दरअसल, शमी को 4 मार्च में दुबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान पानी पीते हुए देखा गया था. ऐसे में बरेलवी ने शमी पर निशाना साधा था और उनका कहना था कि शमी एक तरह से अपराधी हैं क्योंकि वे रोजा नहीं रख रहे हैं. हालांकि, अब मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने शमी का बचाव किया है और रोजा न रखना सही बताया है.
मीडिया से बात करते हुए मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि " सभी मुस्लिमों के लिए अनिवार्य है कि वे रोजा रखें. खासकर रमजान के महीने में. हालांकि, अल्लाह ने कुरान में साफ कहा है कि अगर कोई व्यक्ति यात्रा कर रहा है या फिर वो स्वस्थ नहीं है, तो उसके पास विकल्प होता है कि वो रोजा न रखे. शमी इस समय एक दौरे पर हैं और उनके पास विकल्प है कि वो रोजा न रखें. किसी के पास भी ये अधिकार नहीं है उनको लेकर उंगली न उठाएं."
#WATCH | Lucknow, UP | On Indian cricketer Mohammed Shami, Executive Member of All India Muslim Personal Law Board, Maulana Khalid Rashid Farangi Mahli, says, "It is compulsory for all Muslims to observe Roza, especially in the month of Ramazan. However, Allah has clearly… pic.twitter.com/aseHrTkaYR
— ANI (@ANI) March 6, 2025
शमी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में खेलते हुए देखा गया था. इस मुकाबले के दौरान वे पानी पीते हुए दिखाई दिए थे और इसके बाद से ही उनको लेकर सवाल उठ रहे हैं.