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मनु भाकर को खेल रत्न पुरस्कार मिलने पर नानी ने दो दिन पहले लुटाया प्यार, देखें दर्दनाक मौत का वीडियो

पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने वाली मनु भाकर के मामा और नानी का आज सड़क दुर्घटना में निधन हो गया. यह घटना हरियाणा के चरखी दादरी में महेंद्रगढ़ बाईपास रोड की बताई जा रही है. जिसमें कहा जा रहा है कि एक कार से टक्कर के कारण दोनों की मौत हो गई.

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Edited By: Shanu Sharma
Manu Bhaker Grandmother Death
Courtesy: Social Media

Manu Bhaker Grandmother Death: हरियाणा के चरखी दादरी में महेंद्रगढ़ बाईपास रोड पर एक एक एक्सीडेंट में भारत की ओलंपिक निशानेबाज़ मनु भाकर के मामा और नानी  की मौत हो गई.

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारतयी खिलाड़ी के परिवार वाले अपने दोपहिया गाड़ी से जा रहे थे, तभी एक उनकी स्कूटी की टक्कर एक कार से हो गई. जिसमें उनके रिश्तेदार की मौत हो गई. 

घटनास्थल से कार चालक फरार

पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कार चालक घटनास्थल से फरार हो गया है, जिसकी तलाशी की जा रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि हमें कार औ स्कूटी के टक्कर की सूचना मिली थी. जिसके बाद हम घटनास्थल पर पहुंचें. जहां से कार चालक पहले ही फरार हो गया था. वहीं स्कूटी पर सवार लोगों के बारे में जब पता किया गया तो ये अपने देश की खिलाड़ी के रिश्तेदार निकलें. 

मनु के लिए नानी के आखिरी शब्द 

 

मनु भाकर को अभी कुछ दिनों पहले ही दो बार ओलंपकि पदक जीतने के लिए राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से सम्मानित किया गया था. राष्ट्रपति ने देश का नाम ऊंचा करने के लिए प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया था. इस दौरान उनकी नानी ने मीडिया से बात करते हुए खुशी जाहिर की थी. उन्होंने मनु को एक बहुत ही मेहनती और हमें उसकी उपलब्धि पर गर्व है. 

 

मनु पेरिस ओलंपिक में एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली एथलीट बनी थी. उन्होंने महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल कंपटीशन में में तीसरा स्थान हासिल कर ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला निशानेबाज बन गई थी. इसके बाद भाकर को 10 मीटर एयर पिस्टल (मिश्रित टीम) स्पर्धा में दूसरी सफलता मिली थी. जिसमें उन्होंने भारत के लिए पहला शूटिंग पदक जीता था. इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में मनु भाकर को निराशा हाथ लगी थी. जिसके बाद उन्होंने पेरिस में जबरदस्त वापसी की थी.