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India Daily

13 साल बाद ‘किंग कोहली’ खेलेंगे रणजी ट्राफी, अरुण जेटली स्टेडियम के बाहर लगी मैच देखने के लिए फैंस की लंबी लाइन-Video

Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज विराट कोहली 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए मैदान में उतरने वाले हैं. दिल्ली की ओर से खेलते हुए वह एक बार फिर घरेलू क्रिकेट में नजर आएंगे. उनको खेलते हुए देखने के लिए स्टेडियम के बाहर लंबी लाइन लगी हुई है.

Virat Kohli
Courtesy: X

Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज विराट कोहली 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए मैदान में उतरने वाले हैं. दिल्ली की ओर से खेलते हुए वह एक बार फिर घरेलू क्रिकेट में नजर आएंगे. जैसे ही यह खबर सामने आई, फैंस में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. अरुण जेटली स्टेडियम के बाहर उनके चाहने वालों की लंबी कतारें लग गईं, जो अपने पसंदीदा स्टार को लाइव एक्शन में देखने के लिए बेताब थे.  

रणजी ट्रॉफी में 13 साल बाद करेंगे वापसी 

विराट कोहली आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में 2011 में खेले थे. उसके बाद से वह भारतीय टीम के नियमित सदस्य बने रहे और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से दुनियाभर में छा गए. हालांकि, इतने सालों बाद रणजी ट्रॉफी में उनकी वापसी दिल्ली क्रिकेट के लिए बड़ी खबर है.  

दिल्ली टीम को इस मुकाबले में अपने अनुभवी खिलाड़ी कोहली से काफी उम्मीदें हैं. उनके टीम में शामिल होने से न सिर्फ दिल्ली की बल्लेबाजी मजबूत होगी, बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी उनके अनुभव से सीखने का मौका मिलेगा.  

फैंस में जबरदस्त क्रेज, स्टेडियम के बाहर लगी लंबी कतारें  

जैसे ही यह घोषणा हुई कि विराट कोहली रणजी ट्रॉफी में खेलेंगे, फैंस में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. अरुण जेटली स्टेडियम के बाहर हजारों प्रशंसक कोहली को देखने के लिए उमड़ पड़े. टिकट काउंटर पर भारी भीड़ नजर आई. फैंस का कहना है कि उन्होंने कोहली को हमेशा इंटरनेशनल क्रिकेट में देखा है, लेकिन घरेलू क्रिकेट में इतने करीब से देखने का मौका मिलना उनके लिए बेहद खास है.  

दिल्ली टीम को मिलेगा बड़ा फायदा 

विराट कोहली की मौजूदगी से दिल्ली टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा. रणजी ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में उनका खेलना न केवल दिल्ली के लिए बल्कि पूरे टूर्नामेंट के लिए एक बड़ी बात है. टीम मैनेजमेंट का भी मानना है कि कोहली के अनुभव और आक्रामक खेल से दिल्ली टीम को मजबूती मिलेगी. युवा खिलाड़ी उनकी बैटिंग तकनीक, फिटनेस और मैदान पर उनकी उपस्थिति से काफी कुछ सीख सकते हैं.