menu-icon
India Daily

विनेश फोगाट के लिए आखिरी उम्मीद, मिलेगा सिल्वर? कोर्ट में होगा फैसला

जानकारी के अनुसार, विनेश ने दो मामलों में कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपनी अयोग्यता के ख़िलाफ अपील की थी. उन्होंने मांग की थी उनका फिर से वजन लिया जाए और फाइनल मैच खेलने की अनुमति दी जाए. हालांकि इस मांग को कोर्ट ने नहीं मानी. इसके बाद विनेश फोगाट ने दूसरी अपील यह थी कि उसे रजत पदक दिया जाए.

auth-image
Edited By: India Daily Live
vinesh phogat
Courtesy: Social Media

पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित होने के बाद भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट के लिए आज का दिन बड़ा है. फोगाट की अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई होगी. उन्होंने अयोग्य करार दिए जाने के खिलाफ CAS (Court of Arbitration for Sport) में अपील दायर की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. 

जानकारी के अनुसार, विनेश ने दो मामलों में कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपनी अयोग्यता के ख़िलाफ अपील की थी. उन्होंने मांग की थी उनका फिर से वजन लिया जाए और फाइनल मैच खेलने की अनुमति दी जाए. हालांकि इस मांग को कोर्ट ने नहीं मानी. इसके बाद विनेश फोगाट ने दूसरी अपील यह थी कि उसे रजत पदक दिया जाए क्योंकि उसने मंगलवार को उचित वजन माप के साथ इसे अर्जित किया था. सीएएस ने कहा है कि वह इस पर विचार-विमर्श करेगा.

दोपहर करीब 1:30 बजे होगी सुनवाई

सुनवाई के लिए खेल मामलों की कोर्ट ने विनेश को अपने वकील भी नियुक्त करने का मौका दिया है. सुनवाई भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 1:30 बजे होगी. साल्वे को आज पेरिस समयानुसार सुबह 10 बजे की सुनवाई में वर्चुअल रूप से पेश होना होगा.  इससे पहले गुरुवार सुबह विनेश ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा था कि उनमें अब कुश्ती जारी रखने की ताकत नहीं है.

गोल्ड जीतने का था मौका

विनेश फोगाट ने परेसि ओलंपिक में इतिहास रच दिया. 50 KM वर्ग में उन्होंने ने लगातार तीन मैच जीतकर फाइनल में जगह बनाई  थी. उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को 3-2 से हराया था. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की महिला पहलवान ओक्साना लिवाच को 7-5 से और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से पटखनी दी थी. फाइनल की सुबह महज कुछ घंटे पहले विनेश का वजन करीब 100 ग्राम अधिक पाया गया था. विनेश के पास गोल्ड मेडल जीतने का मौका था, लेक‍िन वजन अधिक होने के कारण फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य घोषित कर दी गईं.