Lalit Modi: भारत में आईपीएल जैसी लीग के जनक ललित मोदी ने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड द्वारा 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट की टीमों के प्राइवेटाइज करने के फैसले को लेकर निवेशकों को निवेश न करने की चेतावनी दी है. खासकर भारतीय निवेशकों के लिए उन्होंने ऐसा कहा है. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रहा है. इस टूर्नामेंट की टीम में इंडियन प्रीमियर लीग के कई फ्रेंचाइजी के मालिक निवेश करने की दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
'द हंड्रेड' टूर्नामेंट को इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा संचालित संचालित किया जाता है. इसमें इंग्लैंड और वेल्स के प्रमुख शहरों की टीमों को शामिल किया गया है. यह टूर्नामेंट 100 गेंदों वाला टूर्नामेंट है. इसकी शुरुआत 2021 में हुई थी. इस टूर्नामेंट की शुरुआत इस उद्देश्य से कई गई थी कि लगभग एक मैच 2:30 घंटे तक चलेगा.
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड इस टूर्नामेंट में शामिल टीमों को प्राइवेट करना चाह रहा है. इस टूर्नामेंट में में 8 टीमें हैं. ECB इन सभी टीमों के 100 फीसदी शेयर बेचना चाहती है. टीमों में बर्मिंघम फीनिक्स, लंदन स्पिरिट, मैनचेस्टर ओरिजिनल्स, नॉर्दर्न सुपरचार्जर्स, ओवल इनविंसिबल्स, सदर्न ब्रेव, ट्रेंट रॉकेट्स और वेल्श फायर शामिल है.
ललित मोदी ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा कि ECB जानबूझकर हाइप बनाने की कोशिश कर रहा है. जिस तरह से उन्होंने टूर्नामेंट को प्रेजेंट किया है वह सही नहीं है. इस लगी में निवेश करना मूर्खतापूर्ण होगा.
ललित मोदी ने विदेशी टेलीविजन अधिकारों के संबंध में ECB द्वारा अपने प्रस्ताव में किए गए अनुमानों पर सवाल उठाया और कहा कि सूचना ज्ञापन "उस कागज के लायक भी नहीं है जिस पर वह छपा है. उन्होंने इसे एक पोंजी स्कीम बता दी.
रिपोर्ट के अनुसार मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स, लखनऊ सुपर जायंट्स, दिल्ली कैपिटल्स, सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स टीम के मालिक द हंड्रेड लीग में इनवेस्ट करने की दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इसी को लेकर ललित मोदी ने निवेशकों को आगाह किया है.
द हंड्रेड टूर्नामेंट के अब तक 4 सीजन हो चुके हैं. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड का मानना है कि 2028 तक इस लीग से वह करीब 20 करोड़ रुपये की कमाई कर लेगा. वहीं, इस पर ललित मोदी ने कहा है कि ईसीबी का अनुमान सच्चाई से बहुत दूर है.