गरीबी झेली, ट्रेनिंग के लिए हमेशा रही पैसों की किल्लत, संघर्ष में तपकर निखरे अरशद नदीम, जीता गोल्ड
Paris Olympics 2024: अरशद नदीम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मियां चन्नू शहर के पास एक छोटे से कस्बे के रहने वाले हैं. उनका जन्म 2 जनवरी, 1997 को हुआ था. उनके पिता का नाम मोहम्मद अशरफ है जो एक रिटायर्ड निर्माण मजदूर हैं. मोहम्मद अशरफ के सात बेटे-बेटी हैं जिसमें से अरशद नदीम तीसरे नंबर पर हैं. पहले नदीम को क्रिकेट खेलने का शौक था लेकिन परिवार ने इनकार कर दिया.
Arshad Nadeem: कल यानी 8 अगस्त 2024 को पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो का फाइनल आयोजित किया गया था. जिसमें पाकिस्तान के अरशद नदीम और भारत के नीरज चोपड़ा ने एक-दूसरे को टक्कर दी थी. अरशद नदीम ने 92.97 मीटर थ्रो फेंक कर इतिहास रच दिया है. उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर रिकॉर्ड बना दिया है. वहीं, भारत के नीरज चोपड़ा को सिल्वर मेडल मिला. यह जीत पाकिस्तान के लिए काफी अनमोल है. बता दें, इससे पहले पाकिस्तान ने केवल हॉकी में गोल्ड मेडल जीता था.
पेरिस ओलंपिक में अरशद नदीम की फाइनल की शुरुआत कुछ ठीक नहीं थी. पहले थ्रो में अरशद नदीम ने फाउल कर दिया था लेकिन दूसरे अटेंप्ट में इतिहास रच दिया. फाइनल में अरशद नदीम ने 90 मीटर से ज्यादा के दो थ्रो फेंके थे. वहीं, नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर का थ्रो फेंका था.
कौन हैं अरशद नदीम?
अरशद नदीम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मियां चन्नू शहर के पास एक छोटे से कस्बे के रहने वाले हैं. उनका जन्म 2 जनवरी, 1997 को हुआ था. उनके पिता का नाम मोहम्मद अशरफ है जो एक रिटायर्ड निर्माण मजदूर (construction worker) हैं. मोहम्मद अशरफ के सात बेटे-बेटी हैं जिसमें से अरशद नदीम तीसरे नंबर पर हैं. अरशद नदीम ने बचपन से गरीबी झेली थी लेकिन अब हर जगह उनके चर्चे हो रहे हैं. पहले अरशद नदीम को क्रिकेट खेलने का शौक था लेकिन उनके परिवार ने इससे इनकार कर दिया. इसके बाद अरशद नदीम ने जैवलिन थ्रो को अपने पेशा बनाने की कोशिश की.
अरशद नदीम के कोच
अरशद नदीम के इस जीत के पीछे उनकी मेहनत और कोच फैसल अहमद का बहुत बड़ा हाथ रहा है. शुरू से ही फैसल अहमद ने उन्हें ट्रेनिंग दे रहे हैं. नदीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान पहली बार 90 मीटर का आंकड़ा पार किया था. फिलहाल अरशद नदीम 90 मीटर का थ्रो करने एकमात्र साउथ एशियाई थ्रोअर हैं.
दो गोल्ड मेडल किए अपने नाम
अरशद नदीम ने दो बार गोल्ड और एक बार सिल्वर मेडल अपने नाम किया है. उन्होंने 2024 ओलंपिक खेल और 2022 राष्ट्रमंडल खेल में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. 2023 विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था.