इन 2 भारतीय खिलाड़ियों को महान फील्डर मानते हैं Jonty Rhodes, दोनों में अंतर भी बताया
Jonty Rhodes: साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जोंटी रोड्स बड़ा नाम हैं. उन्होंने क्रिकेट जगत का सर्वकालिक महान फील्डर्स की उपाधि दी जाती है. कहा जाता है कि जोंटी से बेहतर कोई फील्डर नहीं आया. अब इस दिग्गज ने खुद 2 बेहतरीन फील्डरर्स के नाम का खुलासा किया है.
Jonty Rhodes: साउथ अफ्रीका के स्टार खिलाड़ी रहे जोंटी रोड्स को दुनिया का महान फील्डर कहा जाता है. जिन्होंने इस दिग्गज का दौर देखा है वो मानते है कि जोंटी रोड्स जैसा दूसरा कोई फील्डर नहीं आया, लेकिन जोंटी खुद किसे बेहतर फील्डर मानते हैं इसका खुलासा हो गया है. रोड्स शनिवार को हीरो प्रो कॉरपोरेट लीग क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन करन दिल्ली आए थे. यहां आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि वो फील्डिंग के मामले में किन 2 क्रिकेटर्स को सबसे बढ़िया मानते हैं.
प्रो कॉरपोरेट लीग का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए गए जोंटी रोड्स ने रवींद्र जडेजा को आज के वक्त का सबसे बढ़िया फील्डर बताया है. उन्होंने संन्यास ले चुके पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना की भी खूब तारीफ की. जोंटी रोड्स मानते हैं कि जडेजा इस वक्त संपूर्ण ऑलराउंडर फील्डर हैं.
'मैं सुरेश रैना का बहुत बड़ा फैन हूं'
रैना की तारीफ में जोंटी रोड्स ने कहा, 'मैं सुरेश रैना का बहुत बड़ा फैन हूं. मैंने उनके खेल के दिनों का आनंद लिया, लेकिन अब वह संन्यास ले चुके हैं. वह ऐसे समय में मैदान के किसी भी हिस्से में डाइव लगा देते थे, जबकि भारतीय मैदान इसके लिए अनुकूल नहीं हुआ करते थे. इस मामले में मैं भाग्यशाली था क्योंकि मैंने फुटबॉल, हॉकी और क्रिकेट अच्छे मैदानों पर खेली थी.'
रोंड्स ने बताई जडेजा की खासियत
रोड्स ने जडेजा को लेकर कहा ' सर जडेजा अलग लेवल का फील्डर है. वह बहुत अधिक डाइव नहीं लगाता, लेकिन गेंद पर तेजी से झपटता है. गेंद को विकेट पर मारने की उसकी सटीकता कुछ हद तक रिकी पोंटिंग की तरह है. वह सीमा रेखा पर फील्डिंग करता है और सर्कल के अंदर भी फील्डिंग करता है. वह एक संपूर्ण ऑलराउंडर फील्डर है.'
कौन हैं जोंटी रोड्स ?
जोंटी रोड्स साउथ अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज हैं. उन्हें क्रिकेट जगत का सर्वकालिक महान फील्डर्स कहा जाता है. इस दिग्गज ने 1992 से लेकर 2003 तक साउथ अफ्रीका के लिए खेला. वो अफ्रीका के लिए वनडे में 100 कैच लेने वाले पहले खिलाड़ी बने थे. संन्यास के बाद उन्होंने फील्डिंग कोच की भूमिका अदा की. आईपीएल में वो कई टीमों से जुड़े रहे.