Jay Shah: पिछले कुछ समय से टी-20 क्रिकेट में सभी की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी है और दुनिया में ये सबसे अधिक खेला जाता है. ऐसे में अब टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए कोशिश जारी है और इसी कड़ी में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष जय शाह इसको लेकर अधिक दिलचस्पी ले रहे हैं. शाह अब टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं.
दरअसल, हाल में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का समापन हुआ है और ऑस्ट्रेोलिया ने इसे 3-1 से अपने नाम किया है. इस पूरी सीरीज के दौरान दर्शकों का जमावड़ा देखने को मिला. लगभग सभी मैचों के दौरान फैंस की भारी भीड़ इसको देखने के लिए मैदान पर आई. इसी को ध्यान में रखते हुए अब शाह का मानना है कि इन देशों को कई बार टेस्ट श्रृंखला खेलनी चाहिए और इसी वजह से वे टेस्ट क्रिकेट को दो भागों में बांटने की बात कर रहे हैं.
बता दें कि द एज की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस महीने के अंत में ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष माइक बेयर्ड और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन से ICC के चेयरमैन जय शाह मुलाकात कर सकते हैं. इस मीटिंग में टेस्ट क्रिकेट के भविष्य को लेकर चर्चा होने वाली है. इसमें ये प्रस्ताव दिया जा सकता है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड, जो कि टेस्ट क्रिकेट के तीन सबसे बड़े नाम हैं, वे एक ग्रुप में शामिल हों.
ये इसलिए किया जा रहा है ताकि क्रिकेट के इस फॉर्मेट को और पॉपुलर किया जा सके. अगर ऐसा होता है तो ये तीनों देश अधिक बार टेस्ट सीरीज में आमने-सामने दिखाई देने वाले हैं. अभी तक भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड 4 साल में 2 बार सीरीज खेल पाते हैं लेकिन अक ग्रुप में शामिल होने के बाद वे हर 3 साल में ऐसा कर सकेंगे.
दरअसल, हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को देखते हुए ये फैसला किया गया है. इस बार ऑस्ट्रेलिया में दर्शकों के आने के सभी रिकॉर्ड टूट गए और ये सबसे अधिक देखी जाने वाली सीरीज बन गई है. इसी सफलता को देखते हुए ऐसा करने का फैसला लिया जा सकता है.
पहला डिवीजन: भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका, न्यूजीलैंड.
दूसरा डिवीजन: वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, आयरलैंड, जिमब्बवे.