क्या है RTM कार्ड जिसे IPL में फिर से लाने की तैयारी कर रहा BCCI, बोर्ड ने बुलाई टीम मालिकों की मीटिंग
BCCI on RTM Rule: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 16 अप्रैल को अहमदाबाद में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की दसों फ्रेंचाइजी टीमों के मालिकों के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया है जिसमें साल 2018 में आखिरी बार इस्तेमाल किए गए आरटीएम रूल की वापसी की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
BCCI on RTM Rule: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए 16 अप्रैल को अहमदाबाद में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी टीमों के मालिकों को बुलाया है. यह बैठक उसी दिन हो रही है, जिस दिन गुजरात टाइटंस अपने घरेलू मैदान नरेंद्र मोदी स्टेडियम, मोटेरा में दिल्ली कैपिटल्स से भिड़ रही है. बीसीसीआई की ओर से सभी दस आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिकों को आमंत्रित किया गया है.
इस मीटिंग को लेकर अभी एजेंडा तय नहीं हुआ है लेकिन इस बात की संभावना है कि वे अपने सीईओ और मैनेजमेंट टीम के साथ बैठक में शामिल होंगे. हालांकि, यह बैठक अगले साल होने वाले मेगा ऑक्शन समेत लीग के कई महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा करने के लिए निर्धारित की गई है और माना जा रहा है कि इसमें केवल फ्रेंचाइजी मालिक ही शामिल होंगे.
फिर से वापस लौट सकता है राइट टू मैच कार्ड
बैठक के प्रमुख विषयों में से एक राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड को फिर से लागू करने की संभावना है, जिसे 2022 के मेगा-नीलामी में इस्तेमाल नहीं किया गया था. राइट टू मैच कार्ड फ्रेंचाइजी को यह अधिकार देता है कि वे पिछले सीजन में उनके साथ रहे लेकिन मेगा-नीलामी में किसी अन्य टीम द्वारा चुने गए खिलाड़ी को उसकी बोली से मिलान करके वापस अपनी टीम में शामिल कर ले. यह विकल्प आईपीएल मेगा-नीलामियों की खासियत है, क्योंकि टीमों में खिलाड़ियों को रिटेन करने की संख्या निर्धारित होती है.
खिलाड़ियों के रिटेन होने की संख्या को बढ़ाने की भी हो सकती है बात
बैठक में बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह और आईपीएल अध्यक्ष अरुण सिंह धूमल के उपस्थित रहने की उम्मीद है. हालांकि सीईओ हेमंग अमिन ने अभी तक आधिकारिक तौर पर बैठक के एजेंडे का खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि इसमें नीतिगत फैसलों पर चर्चा होगी, खासकर आगामी मेगा-नीलामी से संबंधित मुद्दों पर.
बैठक में एक प्रमुख चर्चा नीलामी से पहले फ्रेंचाइजी द्वारा खिलाड़ियों को रिटेन करने की संख्या पर होने की संभावना है. इस मामले पर आईपीएल हितधारकों के बीच मतभेद हैं. कुछ फ्रेंचाइजी टीम की निरंतरता और ब्रांड पहचान को बनाए रखने के लिए अधिक खिलाड़ियों को रिटेन करने की पैरवी कर रही हैं, वहीं अन्य फ्रेंचाइजी सीमित संख्या में ही खिलाड़ियों को रिटेन रखने के पक्ष में हैं.
राइट टू मैच कार्ड क्या है?
राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड फ्रेंचाइजी को पिछले सीजन में उनके साथ रहे लेकिन मेगा-नीलामी में किसी अन्य टीम द्वारा चुने गए खिलाड़ी को उसकी बולי से मिलान करके वापस अपनी टीम में शामिल कर लेने का एक विशेष अधिकार है. यह विकल्प मेगा-नीलामी के दौरान ही दिया जाता है, क्योंकि नियमित नीलामी में टीमें सीमित संख्या में ही खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं.
कब-कब इस्तेमाल हुआ आरटीएम कार्ड
आरटीएम कार्ड को आखिरी बार आईपीएल 2018 की मेगा-नीलामी में इस्तेमाल किया गया था. 2022 की मेगा-नीलामी में इस कार्ड को शामिल नहीं किया गया था. आईपीएल 2018 की नीलामी में इस कार्ड का इस्तेमाल करते हुए कई फ्रेंचाइजी अपने पूर्व खिलाड़ियों को वापस खरीदने में सफल रहीं. उदाहरण के लिए, सनराइजर्स हैदराबाद ने शिखर धवन (2 करोड़ बेस प्राइज) को वापस खरीदा था, जिन्हें पहले पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) ने खरीदा था.
बाद में उन्हें राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस के बीच बोली लगाने की लड़ाई के बाद 5.2 करोड़ रुपये में पंजाब किंग्स को ही बेच दिया गया था. हालांकि, धवन ने अपने राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करते हुए 2017 के सीजन में जिस हैदराबाद फ्रेंचाइजी (अब सनराइजर्स हैदराबाद) का प्रतिनिधित्व किया था, उसी में टीम वापस चले गए थे.
आईपीएल 2018 की नीलामी के दौरान कई अन्य खिलाड़ियों, जैसे किरोन पोलार्ड, फाफ डु प्लेसिस, अजिंक्य रहाणे, ड्वेन ब्रावो, डेविड मिलर और मार्कस स्टोइनिस को उनकी फ्रेंचाइजी ने अन्य टीमों द्वारा खरीदे जाने के बाद भी आरटीएम कार्ड का उपयोग करके अपनी टीम में शामिल कर लिया था.