दुनिया भर के गेंदबाजों के लिए स्ट्राइकर के छोर पर यूनिवर्स बॉस क्रिस गेल को देखना एक बुरा सपना हो सकता है, क्योंकि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज की बल्लेबाजी की शैली बहुत ही विध्वंसक है, लेकिन रविचंद्रन अश्विन उनमें से नहीं हैं. दरअसल, भारत के पूर्व कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत का कहना है कि जब अश्विन अपने शीर्ष पर होते हैं, तो गेल पर अधिक दबाव होता है. चेन्नई में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए श्रीकांत ने कहा कि गेल किसी भी गेंदबाज को चौके और छक्के मार सकते हैं, लेकिन जब अश्विन के हाथ में गेंद होती है, तो उनके पैर कांपने लगते हैं.
श्रीकांत ने कहा, क्रिस गेल किसी भी गेंद पर छक्के और चौके मार सकते थे, लेकिन अश्विन को उन्हें आउट करने के लिए सिर्फ चार गेंदें ही काफी थीं. जब अश्विन के हाथ में गेंद आई तो गेल के पैर कांपने लगे.
गेल खिलाफ अश्विन का रिकॉर्ड
वेस्टइंडीज के पूर्व सलामी बल्लेबाज के खिलाफ अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है. अश्विन ने आईपीएल में गेल को पांच बार आउट किया है. बाएं हाथ के इस तेजतर्रार बल्लेबाज ने आईपीएल में अश्विन की 64 गेंदों का सामना करते हुए 82.8 की कम स्ट्राइक रेट से सिर्फ 53 रन बनाए हैं. अपने समय में छक्के मारने की मशीन के रूप में मशहूर गेल पिछले आठ सालों में अश्विन की गेंदों पर सिर्फ तीन छक्के लगा पाए हैं.
धोनी ने अश्विन को पहचाना: श्रीकांत
श्रीकांत ने अश्विन की प्रतिभा को पहचानने और उन्हें एक ऐसे गेंदबाज में बदलने के लिए एमएस धोनी की सराहना की, जो खेल के सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन कर सके. उन्होंने तमिलनाडु में एक युवा क्रिकेटर से लेकर भारत के लिए 100 से अधिक टेस्ट खेलने और 500 से अधिक टेस्ट विकेट लेने तक के अश्विन के सफर की सराहना की. उन्होंने कहा, "जिस व्यक्ति ने उन्हें एक महान टी-20 गेंदबाज के रूप में पहचाना वह धोनी थे. अश्विन ने टी-20 से लेकर वनडे और फिर टेस्ट तक अद्भुत तरीके से प्रगति की है. वह न केवल एक अच्छे गेंदबाज हैं, बल्कि एक बेहतरीन बल्लेबाज भी हैं. अश्विन 10 साल बाद सीएसके में वापसी करने के लिए तैयार हैं. अनुभवी ऑलराउंडर को मेगा नीलामी में 9.75 करोड़ रुपये में खरीदा गया था.