menu-icon
India Daily

IPL 2024: बेखौफ अंदाज, बैकअप प्लान...5 प्वाइंट में समझिए KKR के चैंपियन बनने का फार्मूला

IPL 2024: आईपीएल 2024 में केकेआर के चैंपियन बनने के पीछे एक खास फॉर्मूला रहा, जिसका असर पूरे सीजन दिखा और आखिरी में टीम ने खिताब जीत लिया. 5 प्वाइंट में समझिए..

auth-image
Edited By: Bhoopendra Rai
IPL 2024 Kolkata Knight Riders
Courtesy: Twitter

IPL 2024: कोलकाता नाइट राइडर्स आईपीएल 2024 में चैंपियन बनी है. ये तीसरी बार है इस टीम ने ट्रॉफी जीती. सबसे पहले 2012, फिर 2014 और अब 10 साल बाद राइडर्स ने खिताब अपने नाम किया है. केकेआर की खास बात ये है कि इस सीजन श्रेयस अय्यर की कप्तानी में उसने पूरी प्लानिंग के साथ क्रिकेट खेला, जिसका नतीजा सबके सामने है. सभी लोगों के मन में सवाल है कि आखिर केकेआर ने ऐसा क्या किया जो सीधे खिताब जीत लिया? हम आपके इसी सवाल का जवाब लेकर आए हैं. 5 प्वाइंट में समझिए केकेआर के चैंपियन बनने का फार्मूला...

1. गंभीर ने खिलाड़ियों को दी पूरी आजादी

इस सीजन केकेआर ने अपने पूर्व कप्तान गौमत गंभीर को मेंटॉर बनाने का फैसला किया, जो सही साबित हुआ. गंभीर की रणनीतियां काम कर गईं. उनके आते ही टीम में कॉन्फिडेंस आया, क्योंकि गंभीर ने अपने खिलाड़ियों को लाइसेंस टू किल दिया, इसका मतलब ये है कि क्रीज पर जाते ही खुद को एक्सप्रेस करो, मतलब खुलकर खेलो. सुनील नरेन इसका बेस्ट उदाहरण हैं, जिन्होंने ओपनिंग की और धमाकेदार प्रदर्शन किया.



2. केकेआर की आक्रामक बैटिंग अप्रोच कारगर साबित हुई

इस सीजन कोलकाता की टीम सबसे आक्रामक बैटिंग करने वाली टीमों में शामिल रही. इस बात का अंदाजा इसी से लगा जा सकता है कि केकेआर ने इस सीजन पावर-प्ले में 7 बार 70 से ज्यादा रन बनाए हैं, जबकि पूरे सीजन में पहले खेलते हुए 7 मैचों में 200 प्लस स्कोर किया. टीम के 6 बल्लेबाज ऐसे रहे, जिनका स्ट्राइक रेट 150+ का रहा. सभी प्लेयर्स ने 45% अटैकिंग शॉट्स खेले. जिसका फायदा मिला.



3. गंभीर का ओपनिंग चेंज फैसला बना गेम चेंजर

गौतम गंभीर ने इस सीजन ओपनिंग में बदलाव किया. वे सुनील नरेन को ओपनिंग में लाए. फिल साल्ट और रहमनुल्लाह गुरबाज ने बढ़िया साथ दिया. इस सीजन नरेन ने 181 के स्ट्राइक रेट से 488 रन बनाए, जिनमें 3 फिफ्टी और 1 शतक शामिल था. साल्ट ऑक्शन में अनसोल्ड थे, लेकिन केकेआर ने उन्हें जेसन रॉय के रिप्लेसमेंट के तौर पर शामिल किया. टीम के इस भरोसे पर साल्ट खरा उतरे और उन्होंने 182 के स्ट्राइक रेट से 435 रन बना डाले, जिससे टीम ने कई मुकाबले आसानी से जीत लिए.



5. बैकअप प्लान था, मिडिल ऑर्डर के बैटर्स ने निराश नहीं किया

इस सीजन केकेआर का जब अटैकिंग बैटिंग प्लान फेन हुआ तो टीम के लिए मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों ने कमाल किया. टीम ने इस सीजन के अपने पहले ही मैच में हैदराबाद के खिलाफ 4 विकेट 51 रन पर खो दिए थे, इसके बाद भी टीम 208 रन तक पहुंची थी. टीम के बैटिंग ऑर्डर में बदलाव होते रहे. जरूरत के हिसाब से खिलाड़ियों को मौका मिला. इस सीजन मिडिल ऑर्डर में आंद्रे रसेल, रिंकू सिंह और रमनदीप चमके.

टीम में बल्लेबाजी की गहराई काम आई

इस सीजन 3 मई को मुंबई के खिलाफ केकेआर ने अपने 57 रनों पर 5 विकेट खो दिए थे, उस मैच में 5वें और 7वें नंबर पर उतरे वेंकटेश (70 रन) और मनीष पांडेय (42 रन) ने बनाए और टीम को 169 पहुंचाया, वो मैच केकेआर ने जीता था. इस सीजन केकेआर के लिए वेंकटेश ने 370, श्रेयस ने 351, रसेल ने 222 रन और रिंकू सिंह ने 168 रन बनाए.

5. केकेआर के लिए सभी गेंदबाजों ने कमाल किया, टीम एफर्ट दिखा

आईपीएल में केकेआर के सभी गेंदबाज रंग में दिखे. जिसका फायदा टीम को मिला. इस सीजन केकेआर के गेंदबाजों का इकोनॉमी रेट 9.39 रहा. इस मामले में टीम तीसरे नंबर रही. टीम के 6 गेंदबाजों ने इस सीजन 10-10 विकेट लिए. यहां याद रखने वाली बात ये है कि केकेआर ने अधिकतर मैच वहां खेले, जहां बल्लेबाजों के लिए पिच से मदद थी, इसके बाद भी सभी बॉलर्स कारगर हुआ, यही वजह है की टीम विजेता बन गई.

Topics