मोहम्मद शमी की 430 दिन बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी हो रही है. इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में उनका खेलना तय है. ये मैच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में बुधवार शाम 7 बजे से खेला जाएगा. शमी ने आखिरी मुकाबला नवंबर 2023 में खेला था. वो वनडे वर्ल्ड कप के आखिरी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे.
इसके बाद तेज गेंदबाज चोटिल हो गए थे. शमी की कमी इंडिया को टेस्ट मैचों में काफी खली. शमी के पास बुधवार को खेले जाने वाले मैच में एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका होगा. शमी अगर आज इंग्लैंड के खिलाफ दो विकेट ले लेते हैं तो वो खास क्लब में शामिल हो जाएंगे. उनके नाम अभी 448 विकेट है. उनसे पहले सिर्फ तीन तेज भारतीय गेंदबाज ही 450 विकेट ले चुके हैं.
शमी खास क्लब में शामिल होंगे
टीम इंडिया तरफ से कपिल देव 687, जहीर खान 597 और जवागल श्रीनाथ 551 विकेट ले चुके हैं. इन तीनों ने बतौर तेज गेंदबाज ये कारनामा किया है. वहीं अगर भारतीय स्पिनरों की बात करें तो अनिल कुंबले 953, रवि अश्विन 765, हरभजन सिंह 707 और रवींद्र जडेजा 597 विकेट ले चुके हैं. शमी ने भारत की तरफ से साल 2013 में डेब्यू किया. उन्होंने 188 इंटरनेशनल मैचों में शमी ने 4.12 की इकॉनमी रेट से 448 विकेट लिए हैं.
शमी ने वीडियो में मुश्किल दौर को किया याद
बीसीसीआई के X अकाउंट पर अपलोड किए गए एक वीडियो में शमी ने टीम इंडिया से बाहर रहने के दौरान हुई मुश्किलों के बारे में बताया. तेज गेंदबाज ने कहा कि मुश्किल दौर ने उन्हें मानसिक रूप से मजबूत और मजबूत बनाया है. चोट के बारे में बात करते हुए कहा कि किसी भी खिलाड़ी को पूरी तरह फिट होने के बाद चोटिल होना रिहैबिलिटेशन के लिए एनसीए जाना और फिर वापसी करना मुश्किल होता है. जब आप चोटों से गुजरते हैं, तो मुझे लगता है कि आप एक एथलीट के तौर पर मजबूत होते हैं क्योंकि आपको मानसिक रूप से मजबूत रहते हुए बहुत सी चीजें दोबारा करनी होती हैं. जो हो गया, हो गया. मैं उस दौर से गुजर चुका हूं. अगर आप कड़ी मेहनत करते हैं, तो आपको परिणाम मिलेगा. मेरा यही मानना है.