Jasprit Bumrah: रविवार, 29 दिसंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन, भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपनी सटीक गेंदबाजी से सभी को हैरान कर दिया. उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सैम कोंस्टास को पहली पारी में आक्रामक गेंदबाजी के साथ आउट किया और उन्हें शानदार तरीके से विदाई दी. बुमराह की गेंदबाजी का यह पल भारतीय दर्शकों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं था.
मेलबर्न में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच के दौरान, जसप्रीत बुमराह ने अपनी नई गेंद से शानदार शुरुआत की. कोंस्टास, जो पहली पारी में आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे, दूसरे दिन अपनी वीरता को फिर से दोहराने में नाकाम रहे. वह उस्मान ख्वाजा के साथ ओपनिंग कर रहे थे, लेकिन बुमराह और उनके साथी आकाश दीप की आक्रामक गेंदबाजी के सामने कोंस्टास ज्यादा देर तक क्रीज पर टिक नहीं पाए. बुमराह ने 7वें ओवर में एक तेज इन-कटर डाला, जो कोंस्टास के बल्ले और पैड के बीच से गुजरते हुए ऑफ-स्टंप के ऊपरी हिस्से को छूता हुआ निकल गया. इस शानदार गेंदबाजी से कोंस्टास को पवेलियन लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा.
MIDDLE STUMP! Jasprit Bumrah gets Sam Konstas with a pearler. #AUSvIND | #DeliveredWithSpeed | @NBN_Australia pic.twitter.com/A1BzrcHJB8
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 29, 2024
कोंस्टास के विकेट का जश्न मनाते हुए बुमराह ने असामान्य रूप से दर्शकों की ओर इशारा किया और उन्हें जोर से चिल्लाने के लिए कहा. यह इशारा उस घटना की ओर था जब तीसरे दिन कोंस्टास ने बाउंड्री रोप के पास फील्डिंग करते हुए दर्शकों को आकर्षित करने की कोशिश की थी. बुमराह ने अपने रिएक्शन से यह साफ कर दिया कि वह उस हरकत को भूलने वाले नहीं हैं और उनकी गेंदबाजी ने कोंस्टास को करारा जवाब दिया.
बुमराह का जोशीला जश्न भारतीय दर्शकों के बीच बहुत चर्चा का विषय बना हुआ. यह पल सुनील गावस्कर के बयान से भी जुड़ा, जब उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, 'तेज गेंदबाजों की याददाश्त लंबी होती है.' गावस्कर का यह कमेंट बुमराह की कोंस्टास के लिए तीखे रिएक्शन का संकेत था. जब ब्रॉडकास्टर ने बुमराह के जश्न और कोंस्टास की तीसरे दिन की हरकतों के बीच रिश्तें बताया, तो गावस्कर की यह टिप्पणी और भी मजेदार हो गई.जसप्रीत बुमराह ने इस मैच में अपनी तेज गेंदबाजी का बेहतरीन उदाहरण पेश किया. उन्होंने सिर्फ कोंस्टास को ही नहीं, बल्कि पूरे ऑस्ट्रेलियाई टीम को दबाव में डालने का काम किया. उनके डाले गए कटर और स्विंग गेंदों ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को काफी मुश्किल में डाला. बुमराह की इस जादुई गेंदबाजी ने भारत को मैच में अहम बढ़त दिलाई, और उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह किसी भी परिस्थिति में अपने खेल का स्तर ऊंचा रखने की क्षमता रखते हैं.