Ind Vs Aus: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत टेस्ट सीरीज खेली जा रही है. यह सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबरी पर है. अब दोनों टीमों के बीच चौथा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला जाएगा. भारतीय समय अनुसार यह बॉक्सिंग-डे टेस्ट सुबह 5 बजे से शुरू होगा. लेकिन इस मैच से पहले ही एक बड़ा विवाद सामने आ गया है, जिसने भारतीय टीम को परेशान कर दिया है. सोशल मीडिया पर यूजर्स कह रहे हैं कि भारत के साथ धोखा हुआ है. टीम इंडिया को नुकसान उठाना पड़ सकता है.
मेलबर्न टेस्ट से पहले कई विवाद सामने आए हैं. सबसे पहले रविंद्र जडेजा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बवाल हुआ था, और अब नया विवाद प्रैक्टिस पिच को लेकर सामने आया है. भारतीय टीम को प्रैक्टिस के लिए जो पिचें मिलीं, वे पुरानी और टर्निंग पिचें थीं. वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम को नई और तेज पिचें मिलीं.
भारतीय टीम को 21 और 22 दिसंबर को जो पिचें मिलीं, वे बिल्कुल भी तेज नहीं थीं. तेज गेंदबाजों जैसे जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और आकाश दीप को इन पिचों पर ज्यादा मदद नहीं मिली. जब उन्होंने गेंदें शॉर्ट डालीं, तो गेंद सिर के पास तक ही उछलकर आई, जिससे उन्हें खास मदद नहीं मिली. इसके अलावा, थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट दयानंद गर्गानी की एक गेंद अचानक बहुत नीचे रह गई और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के घुटने में लग गई. हालांकि, यह चोट गंभीर नहीं थी और रोहित फिर से प्रैक्टिस में शामिल हो गए.
आकाश दीप ने 22 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित की चोट की जानकारी दी, लेकिन साथ ही प्रैक्टिस पिच पर सवाल उठाए. उनका कहना था, "यह पिच शायद सफेद गेंद के मैच के लिए तैयार की गई थी, क्योंकि यहां गेंद काफी नीचे जा रही थी. हमें इस बारे में चिंता नहीं है, लेकिन यह पिच हमारे टेस्ट मैच के लिए ठीक नहीं लग रही."
वहीं, जब ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 23 दिसंबर को प्रैक्टिस शुरू की, तो उन्हें नई पिच पर खेलने का मौका मिला. इस पिच पर गेंदबाजों को अच्छी उछाल और तेज गति मिली, जिससे यह साफ हो गया कि मेजबान टीम को अपने अभ्यास के लिए बेहतर पिचें मिली हैं. इस असमानता को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के पिच क्यूरेटर मैट पेज ने इस मुद्दे पर सफाई दी. उन्होंने कहा, "हम तीन दिन पहले टेस्ट मैच के लिए नई पिचों का निर्माण करते हैं. क्योंकि इस टेस्ट मैच के शुरू होने में तीन दिन से कम समय रह गया था, इसलिए ऑस्ट्रेलियाई टीम को ताजगी से भरी पिचें मिलीं. यदि भारतीय टीम 23 दिसंबर को प्रैक्टिस करती, तो उन्हें भी नई पिच मिलती."
पेज ने यह भी स्पष्ट किया कि मेलबर्न ग्राउंड पर दो सेट की पिचें उपलब्ध रहती हैं. इसलिए, मेजबान टीम ने सोमवार तक नई पिच पर प्रैक्टिस की शुरुआत की. यदि पहले से नई पिचें उपलब्ध करवाई जातीं, तो टेस्ट मैच के दौरान उनका उपयोग मुश्किल हो सकता था.