'बेटी की रक्षा नहीं, बल्कि...', कोलकाता कांड पर फूटा टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव का गुस्सा

कोलकाता कांड से हर कोई परेशान है, जिस तरह से महिला ट्रेनी डाक्टर के साथ रेप और फिर हत्या की गई. उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस हादसे पर विरोध प्रदर्शन जारी है. बॉलीवुड से लेकर खेल जगत हर कोई इस केस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. हाल ही में टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने समाज को एक स्ट्रांग मैसेज दिया है.

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कोलकाता आरजी कर अस्पताल में लेडी ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या कांड ने सभी को हिलाकर रख दिया है. इस केस की जांच सीबीआई कर रही है.बावजूद पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में इस घटना को लेकर आक्रोश का माहौल है. हर कोई इस केस पर बोल रहा है. चाहे वो बॉलीवुड हो या खेल जगत. इस केस ने सब को झकझोर कर रख दिया. हाल ही में भारत की टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस घटना को लेकर अपने सोशल हैंडल पर एक पोस्ट किया है. जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि अपनी बेटी की रक्षा करने से ज्यादा सही होगा कि आप अपने बेटे,भाई, पति, पिता और दोस्तों को शिक्षित करें.

दरअसल सूर्य कुमार ने यह पोस्ट रविवार 18 अगस्त को अपने इंस्टा पर की है. जिसमें लिखा था, प्रोटेक्ट योर डॉटर लेकिन फिर इस लाइन को काट कर उन्होंने लिखा, अपने भाईयों को शिक्षित करो, अपने पिता, पति और दोस्तों को शिक्षित करें.

बेटे,भाई, पति, पिता और दोस्तों को शिक्षित करें.

बता दें कि सूर्य कुमार के पोस्ट का मतलब यह था कि जब तक आप बेटे और भाईयों को शिक्षित नहीं करेंगे, तब तक ऐसा होता रहेगा. बेटियों को बचाने से ज्यादा मेल की इन भूमिकाओं को शिक्षित करने की जरूरत है. तभी उन्होंने बेटी वाले वाक्य को काट दिया.

बुची बाबू टूर्नामेंट में खेलने के तैयार हैं सूर्यकुमार

अपने दाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले सूर्य कुमार बुची बाबू टूर्नामेंट में खेलने के तैयार हैं. उन्होंने अपने इरादे स्पष्ट कर दिया है कि वे भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में देखना चाहते हैं और तीनों फॉर्मेट में वे खेल चुके हैं लेकिन वनडे इंटरनेशनल और टेस्ट में उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं रहा है. वे टीम से ड्राप किए जा चुके हैं. ऐसे में उनका ध्यान अब टी20 टीम की कप्तानी हासिल करने के बाद वनडे और टेस्ट टीम में वापसी करने पर है जो मुश्किल है लेकिन वे आने वाले समय में घरेलू क्रिकेट खेलकर वनडे और टेस्ट सेटअप में लौट सकते हैं.

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