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India Daily

कमालिनी के अर्धशतक से भारत अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में, दक्षिण अफ्रीका से होगी भिड़ंत

स्पिनरों के उम्दा प्रदर्शन के बाद जी कमालिनी के अर्धशतक से गत चैंपियन भारत ने शुक्रवार को यहां एकतरफा सेमीफाइनल में इंग्लैंड को नौ विकेट से हराकर आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई.

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Edited By: Garima Singh
India in Under-19 women
Courtesy: x

कुआलालंपुर, 31 जनवरी : स्पिनरों के उम्दा प्रदर्शन के बाद जी कमालिनी के अर्धशतक से गत चैंपियन भारत ने शुक्रवार को यहां एकतरफा सेमीफाइनल में इंग्लैंड को नौ विकेट से हराकर आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई.

भारत रविवार को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका ने पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर पहली बार आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया.

भारत ने बाएं हाथ की स्पिनरों पारुनिका सिसोदिया (21 रन पर तीन विकेट) और वैष्णवी शर्मा (23 रन तीन विकेट) की फिरकी के जादू से इंग्लैंड को आठ विकेट पर 113 रन पर रोक दिया और फिर सलामी बल्लेबाज जी त्रिशा (35 रन, 29 गेंद, पांच चौके) और कमालिनी (नाबाद 56 रन, 50 गेंद, आठ चौके) की पारियों की बदौलत 15 ओवर में एक विकेट पर 117 रन बनाकर जीत दर्ज की. त्रिशा ने आक्रामक शुरुआत की जिससे भारत ने पावर प्ले में बिना किसी नुकसान के 44 रन बनाए.

कमालिनी को किस्मत का भी साथ मिला जब इंग्लैंड की कप्तान एबिगेल नोरग्रोव ने तेज गेंदबाज अमु सुरेनकुमार की गेंद पर उनका कैच टपका दिया.

कमालिनी के साथ 60 रन की साझेदारी करने के बाद त्रिशा को बाएं हाथ की स्पिनर फोबे ब्रेट ने बोल्ड किया। कमालिनी ने इसके बाद सानिका चाल्के (नाबाद 11) के साथ दूसरे विकेट के लिए 57 रन की अटूट साझेदारी करके भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया.

इससे पहले इंग्लैंड की बल्लेबाजों ने लगातार स्वीप और पैडल शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए। ऐसे शॉट खेलने के प्रयास में बोल्ड होने वाली छह में से पांच बल्लेबाज शामिल थीं.

इंग्लैंड ने चौथे ओवर तक बिना विकेट खोए 37 रन बनाकर अच्छी शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए. पारुनिका ने जेमिमा स्पेंस (09) को बोल्ड करके भारत को पहली सफलता दिलाई.

मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनी गईं पारुनिका ने कहा, ‘‘मैंने एक ही जगह पर गेंदबाजी की और गेंद को अपना काम करने दिया। इससे मुझे मदद मिलती है. मुझे नई चीजों को आजमाने के लिए अपने सामने एक बल्लेबाज की जरूरत थी. फाइनल में खेलना हमारी इच्छा थी और हम सभी के लिए यही लक्ष्य है.’’

ट्रूडी जॉनसन (00) स्वीप खेलने वाली पहली खिलाड़ी थीं जो पारुनिका की गेंद पर बोल्ड हुईं. डेविना पेरिन (45 रन, 40 गेंद, छह चौके, दो छक्के) और नोरग्रोव (30 रन, 25 गेंद, तीन चौके, एक छक्का) ने तीसरे विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी की जिससे इंग्लैंड ने 10 ओवर में दो विकेट पर 73 रन बनाए।

इंग्लैंड की बल्लेबाजों ने अंतिम 10 ओवरों में लगातार स्वीप शॉट खेलकर विकेट गंवाए और इस दौरान टीम केवल 40 रन ही बना सकी और उसने छह विकेट खो दिए. नोरग्रोव, पेरिन, चार्लोट स्टब्स (04) और कैटी जोन्स (00) ने खराब शॉट खेलकर विकेट गंवाए. इंग्लैंड ने 16वें ओवर में तीन विकेट खोए और पूरी पारी लड़खड़ा गई.

स्टब्स के अलावा प्रिशा थानावाला और चार्लोट लैम्बर्ट ने तीन गेंद के अंतराल में आउट हो गए जिससे इंग्लैंड का स्कोर आठ विकेट पर 92 रन हो गया.

आखिरी चार ओवरों में निचले क्रम की बल्लेबाजों ने टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई लेकिन ये रन नाकाफी थे.

(इस खबर को इंडिया डेली लाइव की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)