IND vs SA Final: शनिवार को बारबाडोस के ब्रिजटाउन के केंसिंग्टन ओवल में खेले जा रहे टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में भारत ने पावरप्ले के अंदर 3 विकेट गंवा दिए जिसे देखकर यही लगा कि शायद रोहित सेना पिछले नॉकआउट मैचों का भूत उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है. भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पारी का आगाज शानदार तरीके से किया और महज 9 गेंदों में 23 रन बटोर लिए.
हालांकि हेनिरक क्लासेन के शानदार कैच की बदौलत रोहित शर्मा को वापस पवेलियन लौटना पड़ा. वहीं इसी ओवर की आखिरी गेंद पर ऋषभ पंत भी एक टॉप एज के चलते वापस पवेलियन लौट गए. सूर्यकुमार यादव ने विराट कोहली के साथ पारी को थोड़ी देर संभाला लेकिन 10 रन की साझेदारी के साथ ही उन्हें रबाडा की गेंद पर वापस पवेलियन जाना पड़ा.
पावरप्ले में 3 विकेट खोने के बाद भारतीय टीम को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी जिसके चलते अक्षर पटेल को बैटिंग ऑर्डर में प्रमोट किया गया और वो बल्लेबाजी करने आए. अक्षर पटेल ने विराट कोहली के साथ पारी को संभाला और महज 31 गेंद में 1चौके और 4 छक्कों के दम पर 47 रनों की पारी खेली. दोनों के बीच 72 रनों की साझेदारी हुई जिसे क्विंटन डिकॉक के रन आउट ने तोड़ने का काम किया.
क्विंटन डी कॉक के शानदार थ्रो ने अक्षर पटेल को आउट कर भारत को अपना चौथा विकेट गंवाने पर मजबूर कर दिया. शिवम दुबे ने भी आकर पारी को तेजी से बढ़ाने की कोशिश की और 16 गेंद में 3 चौके और एक छक्के की मदद से 27 रनों का योगदान दिया. वहीं दूसरे छोर पर खड़े विराट कोहली ने फाइनल मैच में अपनी फॉर्म को वापस हासिल किया और 59 गेंदों में 6 चौके और 2 छक्कों की मदद से 76 रनों की पारी खेलकर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया.
इसके साथ ही विराट कोहली ने अंतर्राष्ट्रीय टी20 मैचों में सबसे ज्यादा अर्धशतकीय पारी खेलने वाले प्लेयर्स की लिस्ट में बाबर आजम के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली जो कि टॉप पर काबिज हैं. विराट कोहली का अंतर्राष्ट्रीय टी20 में ये 39वां 50+ स्कोर है.
टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज़्यादा अर्धशतक या उससे ज़्यादा स्कोर:
बारबाडोस की पिच पर 166 रन पार स्कोर है लेकिन अक्षर पटेल और विराट कोहली की शानदार पारियों के चलते टीम 176 रन तक पहुंचने में कामयाब हो गई. इस मैदान पर सबसे सफल रन चेज की बात करें तो वो भी 172 रन रहा है. ऐसे में देखना होगा कि क्या भारतीय गेंदबाज इस मैच में अपने प्रदर्शन को जारी रखते हुए खिताब का सूखा मिटा पाते हैं या नहीं.
रोहित शर्मा की भारतीय टीम ने अमेरिका और कैरिबियन की मुश्किल पिचों पर बल्ले और गेंद से प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए विरोधी टीमों को आसानी से हराया और तीसरी बार टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची. एडेन मार्कराम की दक्षिण अफ्रीकी टीम ने ग्रुप चरण और सुपर आठ में मुश्किल खेल की परिस्थितियों में घबराया नहीं. केशव महाराज ने रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के दो विकेट झटके, जबकि कैगिसो रबाडा ने सूर्यकुमार यादव का विकेट चटकाया. एनरिक नॉर्खिया के खाते में भी 2 विकेट आए.
रोहित शर्मा 2007 में दक्षिण अफ्रीका में पहला टी-20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के एकमात्र एक्टिव खिलाड़ी हैं. रोहित की तरह मार्करम ने भी 1 जून से शुरू हुए पूरे टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका का शानदार नेतृत्व किया है, जिसमें ग्रुप चरण में बांग्लादेश पर आसान और नेपाल के खिलाफ नाखून चबा लेने वाली एक रन की जीत भी शामिल है.