India vs England: भारतीय टीम के बेहतरीन बल्लेबाज श्रेयस अय्यर इंग्लैंड से बचे तीन टेस्ट मैचों में नहीं खेलेंगे. पहले तो ये कहा जा रहा था कि उन्हें चोट आ गई है. लेकिन अब पता चला है कि उन्हें अच्छा नहीं खेलने की वजह से टीम से निकाल दिया गया है. भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने बताया है कि अय्यर को टीम से क्यों बाहर किया गया है.
श्रेयस अय्यर ने पिछले 13 टेस्ट मैचों में कभी भी 50 रन नहीं बनाए. इंग्लैंड के साथ चार पारियों में उन्होंने 27, 29, 35 और 13 रन ही बनाए. तीन बार तो उनकी शुरुआत ठीक थी. पर उन्होंने हर बार बड़ी पारी में उसको तब्दील नही किया. संजय मांजरेकर ने अय्यर को ये सलाह दी है कि अगर वो टेस्ट में अपनी जगह बनाना चाहते हैं तो उन्हें अपने डिफेंस पर ध्यान देना होगा.
मांजरेकर ने कहा, ‘‘अय्यर को ये सोचना होगा कि वो कौन सा खेल खेलना पसंद करते हैं. अगर वो टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं तो उन्हें अपने डिफेंस पर काम करना होगा. चाहे वो स्पिनर से हो या फास्ट बॉलर. अय्यर को अपना खेल बेहतर बनाना होगा. जब दबाव होता है तो आप सिर्फ अटैक करके नहीं बच सकते हैं. आपको डिफेंस भी करना आना चाहिए ताकि आप फाइट कर सकें.’’
ये भी बता दें कि कुछ रिपोर्ट्स में ये कहा जा रहा था कि अय्यर को चोट लग गई है. पर बीसीसीआई ने जो बयान दिया है उसमें अय्यर की चोट का कुछ नहीं लिखा है. इससे पता चलता है कि श्रेयस अय्यर को अच्छा नहीं खेलने की वजह से टीम से निकाल दिया गया है. केएल राहुल फिर से टीम में आ गए हैं. राहुल चोट के कारण दूसरा टेस्ट नहीं खेल पाए थे. पर अब राजकोट में होने वाले मैच में केएल राहुल फिर से नंबर चार पर बल्लेबाजी करेंगे.
अय्यर ने 14 टेस्ट मैचों में सिर्फ 37 के औसत से बैटिंग की है. हालांकि वे वनडे में करीब 50 और टी20 में 31 का औसत का औसत रखते हैं. इसके बावजूद अय्यर की फॉर्म की निरंतरता ना होना भारतीय टीम के उस सिरदर्द का ही एक विस्तार है जहां टीम रोहित, विराट, पुजारा, रहाणे जैसे बल्लेबाजों के विकल्प के तौर पर अगली पीढ़ी को तैयार कर रही है. अय्यर को खेलते हुए लंबा वक्त हो चुका है लेकिन उनकी कंसिस्टेंसी पर सवाल हैं. हालांकि वे तीनों फॉर्मेट के खिलाड़ी हैं जो बड़ी बात है. लेकिन टीम इंडिया के लिए इस वक्त टेस्ट मैचों में अगली पीढ़ी को तैयार करने की बड़ी चुनौती है.
शुभमन गिल के साथ भी कंसिस्टेंसी का मामला है. यशस्वी जायसवाल एक बहुत बड़ी उम्मीद के तौर पर उभरे हैं. पुजारा-रहाणे सीन से गायब हो चुके हैं. रोहित उतने भरोसेमंद नहीं रहे और विराट के लिए कहां नहीं जा सकता कि वे कब तक और कितना क्रिकेट लगातार खेलेंगे. फिलहाल तो वे पूरी सीरीज से बाहर हैं.