Shreyas Iyer: श्रेयस अय्यर ने अपनी बल्लेबाजी में महत्वपूर्ण सुधार किया है, जो भारत के लिए एक बड़ी खुशखबरी साबित हो सकती है, खासकर चैंपियंस ट्रॉफी से पहले. 6 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एक वनडे मैच में अय्यर ने 36 गेंदों पर 59 रन की शानदार पारी खेली, जिससे भारत को 4 विकेट से जीत मिली. इस पारी के दौरान अय्यर ने अपनी सबसे बड़ी कमजोरी, तेज गेंदबाजों और शॉर्ट बॉल के खिलाफ संघर्ष को पूरी तरह से नकारते हुए अपने खेल को एक नई दिशा दी.
भारत जब इंग्लैंड के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआती 6 ओवर में दो विकेट खो चुका था, तब अय्यर की पारी ने भारत को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला. उन्होंने अपने इस शानदार प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि वे अपनी तकनीकी कमजोरियों पर काम कर चुके हैं. अय्यर ने जॉफ़्रा आर्चर जैसे तेज गेंदबाजों के खिलाफ आसानी से शॉर्ट बॉल को खेला, जो हमेशा उनकी कमजोरी मानी जाती थी.
श्रेयस अय्यर तेज गेंदबाजों और शॉर्ट बॉल के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे लेकिन इस मैच में उन्होंने अपनी इस कमजोरी को पूरी तरह से दूर कर लिया. अय्यर ने आर्चर की तेज गेंदों को शानदार ढंग से खेला और कई बार शॉर्ट बॉल को पुल और कट करके बाउंड्री भी मारी. उनकी बल्लेबाजी में स्पष्ट आत्मविश्वास और शॉर्ट बॉल के खिलाफ उनके बदलते दृष्टिकोण को देखना एक सकारात्मक संकेत था.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने अय्यर के खेल में एक महत्वपूर्ण तकनीकी बदलाव की ओर इशारा किया. उन्होंने बताया कि पहले अय्यर शॉर्ट बॉल के खिलाफ गेंद से हटते थे, लेकिन इस बार उन्होंने गेंद के भीतर आने की हिम्मत दिखाई और तेज गेंदबाजों को चुनौती दी. यह बदलाव उनके खेल को काफी प्रभावी बना रहा. पार्थिव के अनुसार, अय्यर ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ अपना वजन फ्रंट फुट पर डाला और इस वजह से उन्होंने विकेट के चारों ओर शॉट्स खेले.