IND vs ENG,1st Test: भारत दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने आई इंग्लैंड की टीम ने बेन स्टोक्स के नेतृत्व में सीरीज के पहले मैच में 28 रनों की रोमांचक जीत हासिल कर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है. 23 जनवरी से शुरू हुए पहले टेस्ट मैच का नतीजा चौथे दिन ही आ गया और पहले 2 दिन तक मैच पर एकतरफा कब्जा जमाने वाली भारतीय टीम 28 रन से मैच हार गई.
हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मैच में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम ने शानदार आगाज करते हुए इंग्लिश टीम को महज 246 रन पर ढेर कर दिया था और पहली पारी में 436 रन बनाकर 190 रनों की बढ़त भी हासिल कर ली. हालांकि दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए 420 रन का स्कोर खड़ा कर भारत के सामने जीत के लिए 231 रनों का लक्ष्य रखा और भारतीय टीम सिर्फ 202 रन ही बना सकी.
मैच के ज्यादातर हिस्से में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली टीम इंडिया आगे थी लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ जिसके चलते उसे 28 रन से हार का सामना करना पड़ा. आइए इस मैच में भारत को मिली हार के 5 कारणों पर नजर डालते हैं:
1. टॉप ऑर्डर का लड़खड़ाना: भारतीय बल्लेबाजों का, खासकर टॉप ऑर्डर का लगातार फ्लॉप होना हार का सबसे बड़ा कारण रहा. दूसरी पारी में रोहित शर्मा (39) को छोड़कर यशस्वी जायसवाल (15), शुभमन गिल (0), केएल राहुल (22), श्रेयस अय्यर (13) और अक्षर पटेल (17) जैसे अनुभवी खिलाड़ी खास योगदान नहीं दे सके. इसके चलते भारतीय टीम ने महज 119 रन पर अपने 7 विकेट खो दिए थे और टेल एंडर्स की जुझारू पारियों के बावजूद वो लक्ष्य को हासिल करने से 28 रन दूर रह गई.
2. तेज गेंदबाजों का कमजोर प्रदर्शन: भारतीय टीम की ताकत उसकी तेज गेंदबाजी होती है और उनका साथ स्पिन गेंदबाज देते हैं, हालांकि इस मैच में रविंद्र जडेजा, अश्विन और अक्षर पटेल ने तो 14 विकेट लिए लेकिन तेज गेंदबाजी में मोहम्मद सिराज का जादू नहीं चला. वह दोनों पारियों में विकेट लेने में नाकाम रहे और इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रोकने में वह प्रभाव नहीं दिखा सके, जिसकी उम्मीद थी.
3. ओली पोप का शानदार शतक: इंग्लैंड की जीत में सबसे महत्वपूर्ण योगदान ओली पोप का रहा. उन्होंने दूसरी पारी में धैर्य और संयम से खेलते हुए शानदार 196 रन बनाए. पोप की पारी ने इंग्लैंड को जीत के लिए मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया और भारतीय गेंदबाजों को बेबस कर दिया.
4. फील्डिंग में चूक: भारतीय फील्डिंग की बात करें तो वो इस मैच में काफी ढीली नजर आई. कई कैच छूटे और थ्रो भी सटीक नहीं थे, जिसने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अतिरिक्त रन बनाने का मौका दिया. इंग्लैंड के लिए 196 रनों की पारी खेलने वाले ओली पोप को दो बार जीवनदान मिला जिसके चलते वो मैच को भारत की पकड़ से दूर ले जाने में कामयाब रहे. मोहम्मद सिराज और अक्षर पटेल की ओर से दूसरी पारी में फील्डिंग की कमजोरियां साफ झलकीं, जिससे इंग्लैंड मैच अपने पक्ष में करने में सफल रहा.
5. अटैकिंग खेल का अभाव: इंग्लैंड की तुलना में भारतीय टीम चौथी पारी में काफी डिफेंसिव खेलती नजर आई. जहां इंग्लैंड की टीम ने चौथे दिन ऑल आउट होने से पहले तेजी से रन बनाए तो वहीं भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने शुरुआत से डिफेंसिव खेलना शुरू किया जिसके चलते उसके गेंदबाजों को मैच में वापसी करने में मदद मिली और टॉम हार्टले के 7 विकेट के दम पर वो 28 रन से मैच को जीतने में कामयाब रहे.