IND vs AFG: मोहाली में कड़ाके की ठंड! बॉलिंग से ज्यादा रवि बिश्नोई को सताई फील्डिंग की चिंता, जानिए क्या बोले 

India vs Afghanistan: मोहाली में बुधवार शाम को कड़ाके की ठंड में भारतीय क्रिकेटरों ने अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाली 3 मैचों की टी20 सीरीज के पहले मैच की तैयारी की. कोहरे और ठंड के बीच खिलाड़ियों ने अभ्यास किया

Antriksh Singh

India vs Afghanistan: मोहाली की कड़ाके की सर्दी में बुधवार शाम भारतीय क्रिकेटरों ने पहली टी20 सीरीज के लिए अभ्यास किया. कोच राहुल द्रविड़ कई परत वाले कपड़े और ऊनी टोपी पहने हुए थे, जबकि बल्लेबाज ग्लव्स में गर्मी लेने की कोशिश कर रहे थे.

कड़ाके की ठंड

इसी बीच युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने मौसम पर मजाक उड़ाकर पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा को हंसा दिया. बिश्नोई इस 3 मैचों की सीरीज़ के लिए चुने गए 16 खिलाड़ियों में से एक हैं, जो जून में होने वाले विश्व कप से पहले भारत का आखिरी टी20 टूर्नामेंट है. उन्होंने कहा कि ऐसी ठंड में बॉलिंग से ज्यादा फील्डिंग का ध्यान रखना जरूरी है.

भारत और अफग़ानिस्तान के बीच पहला टी20 आज शाम 7 बजे होगा.

फील्डिंग का डर

बिशनोई ने स्पोर्ट्स 18 से कहा, "ठंड में मुझे गेंदबाजी से ज्यादा डर फ़ील्डिंग का है. एक कैच छूटा तो काम तमाम. यहां फील्डिंग थोड़ी मुश्किल है क्योंकि फ्लडलाइट्स बहुत नीचे हैं. आपको इसे ध्यान में रखना होगा और मैच से पहले अभ्यास जरूरी है."

रवि बिश्नोई फरवरी 2022 में डेब्यू के बाद से भारत के आला टी20 स्पिनर बन गए हैं. वह गूगली गेंदों के माहिर हैं और विश्व कप के लिए चुने जाने की सबसे बड़ी उम्मीदों में से एक हैं. पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में बिश्नोई ने 5 मैचों में 9 विकेट लेकर सबको प्रभावित किया था.

रेड बॉल से प्रैक्टिस की है

उन्होंने कहा, "मुझे याद है, मैंने आपसे (प्रज्ञान ओझा) गति के बारे में बात की थी. रणजी ट्रॉफी में भी मैं गेंद को हवा दे रहा था. लेकिन टी20 का खेल तेज है, इसमें बदलाव के लिए कम समय मिलता है. लेकिन, मैंने रेड बॉल से काफी अभ्यास किया है. उम्मीद है, यह टी20 क्रिकेट में मेरी मदद करेगा."

बिश्नोई इस महीने की शुरुआत में तमिलनाडु के खिलाफ गुजरात के लिए रणजी ट्रॉफ़ी मैच में 5 विकेट लेकर प्रभावित करने के बाद टी20 सीरीज में आ रहे हैं.

क्या हर ओवर में गेंदबाज़ी करने का दबाव होता है?

बिश्नोई ने कहा, "हां, जब कप्तान आप पर इतना भरोसा करता है तो थोड़ा दबाव होता है. लेकिन, यह सब खुद पर भरोसा करने के बारे में है. कप्तान आप पर भरोसा करता है और आपको खुद पर भी उतना ही भरोसा करना चाहिए. इसलिए नेट्स में तैयारी, मैच के आधार पर तैयारी रहती है."