हांगकांग में होगा 12 टीमों का 'अनोखा' क्रिकेट टूर्नामेंट, Team India दिखाएगी दम, सचिन भी खेलेंगे
Hong Kong Cricket Sixes Tournament: हांगकांग क्रिकेट सिक्सेस एक रोमांचक टूर्नामेंट है, जिसमें भारत के साथ-साथ कई बड़ी टीमें भाग लेंगी. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी इसमें खेलते नजर आएंगे. जानिए इस टूर्नामेंट से जुड़ी पूरी डिटेल..
Hong Kong Cricket Sixes Tournament: क्रिकेट फैंस के लिए खुशखबरी है. भारतीय क्रिकेट टीम हांगकांग क्रिकेट सिक्सेस टूर्नामेंट में जलवा दिखाएगी. इस टूर्नामेंट का आगाज 1 नवंबर से होने जा रहा है, जो तीन दिन तक चलेगा. 7 साल बाद इस टूर्नामेंट की वापसी हो रही है. यह टूर्नामेंट 1992 में शुरू हुआ था और 2017 तक नियमित रूप से आयोजित किया जाता रहा, अब 7 साल के गेफ के बाद एक बार फिर हांगकांग क्रिकेट सिक्सेस में दिग्गज जलवा दिखाएंगे.
क्रिकेट हांगकांग ने अपने 'एक्स' अकाउंट के जरिए भारत के टूर्नामेंट में खेलने की पुष्टि की है. पोस्ट में लिखा 'टीम इंडिया एचके6 में छक्के मारने के लिए तैयार है. इस टूर्नामेंट में विस्फोटक पावर-हिटिंग और छक्कों की बारिश होगी, जो दर्शकों को रोमांचित कर देगी.'
भारत एक बार जीत चुकी है खिताब
भारत ने 2005 में इस ट्रॉफी को जीता था, जबकि 1996 में टीम इंडिया उपविजेता रही थी. इस बार, भारत को पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों से मुकाबला करना होगा.
12 टीमें दिखाएंगी दम
टूर्नामेंट के 20वें संस्करण में कुल 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इसे टिन क्वोंग रोड एंटरटेनमेंट ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा. भारत के अलावा अन्य टीमों में पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, हांगकांग, नेपाल, न्यूजीलैंड, ओमान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और यूएई शामिल हैं.
ये दिग्गज दिखा चुके हैं दम
इस टूर्नामेंट में पहले भी ब्रायन लारा, वसीम अकरम, शेन वॉर्न, सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और अनिल कुंबले जैसे दिग्गज खिलाड़ी खेल चुके हैं. इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका ने 5-5 खिताब जीते हैं, जो सबसे सफल टीमें हैं. भारत ने 2005 में टूर्नामेंट अपने नाम किया था.
टूर्नामेंट में होंगे यह अनोखे नियम
- इस टूर्नामेंट का प्रारूप थोड़ा अलग और मजेदार है. मैच छह खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच खेले जाते हैं.
- हर टीम के लिए अधिकतम पांच ओवर होते हैं.
- हर ओवर में छह की जगह आठ गेंद फेंकी जाती हैं.
- विकेटकीपर को छोड़कर फील्डिंग करने वाली टीम के हर खिलाड़ी को एक-एक ओवर गेंदबाजी करनी होती है.
- वाइड और नो-बॉल पर दो रन मिलते हैं.
- 31 रन बनाने के बाद बल्लेबाज को रिटायर होना पड़ता है, लेकिन यदि टीम के सभी विकेट गिर जाते हैं, तो वह बल्लेबाज वापस आकर खेल सकता है.