Haryana Election Result, Vinesh Phogat: विनेश फोगाट ने कमाल कर दिया है. वो पेरिस ओलंपिक 2024 में ओवरवेट के चलते गोल्ड मेडल से चूक गई थीं, लेकिन सियासी दंगल में उन्होंने कांग्रेस का झंडा बुलंद किया है. वो जुलाना विधानसभा सीट से 6015 वोटों से चुनाव जीत चुकी हैं. पहले वो इस सीट पर पीछे थीं, लेकिन फिर रफ्तार के साथ बढ़त बनाई और बाजी मार ले गईं. जुलाना सीट पर कुल 12 उम्मीदवार मैदान में, लेकिन असल जंग बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही थी.
विनेश फोगाट ने 7वें चरण में बाजी पलटी थी. वो भाजपा उम्मीदवार योगेश कुमार से 38 वोटों से आगे निकल गईं थीं. फिर 8वें चरण में विनेश ने 2147 की बढ़त ले ली और पीछे मुड़कर नहीं देखा.
लोगों ने मुझे अपना प्यार दिया है
चुनाव जीतने के बाद जुलाना से कांग्रेस की विजयी उम्मीदवार विनेश फोगट ने कहा, "अब जब मैं यहां (राजनीति) में आ गई हूं, तो यहीं रहूंगी. लोगों ने मुझे अपना प्यार दिया है, मुझे उनके लिए जमीन पर काम करना होगा. दोनों काम एक साथ (राजनीति और कुश्ती) करना संभव नहीं है.
#WATCH | Jind: Congress' winning candidate from Julana, Vinesh Phogat says, "Now that I have entered here, I will continue here. People have given me their love, I will have to work for them on ground. It is not possible to work on both simultaneously (politics and wrestling)." pic.twitter.com/ThBvEVDuni
— ANI (@ANI) October 8, 2024
पार्टी के पिछड़ने पर क्या बोलीं विनेश
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के पिछड़ने पर पर विनेश फोगाट ने कहा थोड़ा इंतजार करें, अभी पूरे नतीजे नहीं आए हैं. जब हमें अंतिम प्रमाण पत्र मिलेगा, तब नतीजे हमारे पक्ष में होंगे.
किसे कितने वोट मिले
देश की बेटी विनेश फोगाट को जीत की बहुत बहुत बधाई।
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) October 8, 2024
यह लड़ाई सिर्फ़ एक जुलाना सीट की नहीं थी, सिर्फ़ 3-4 और प्रत्याशियों के साथ नहीं थी, सिर्फ़ पार्टियों की लड़ाई नहीं थी।
यह लड़ाई देश की सबसे मज़बूत दमनकारी शक्तियों के ख़िलाफ़ थी। और विनेश इसमें विजेता रही।#VineshPhogat… pic.twitter.com/dGR5m2K2ao
बजरंग पूनिया ने बधाई दी
विनेश फोगाट की जीत पर बजरंग पूनिया की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने विनेश को जीत की बधाई दे दी है. बजरंग ने लिखा 'देश की बेटी विनेश फोगाट को जीत की बहुत बहुत बधाई. यह लड़ाई सिर्फ एक जुलाना सीट की नहीं थी, सिर्फ 3-4 और प्रत्याशियों के साथ नहीं थी, सिर्फ पार्टियों की लड़ाई नहीं थी. यह लड़ाई देश की सबसे मजबूत दमनकारी शक्तियों के खिलाफ थी और विनेश इसमें विजेता रही.'